क्या रियल एस्टेट सेक्टर में एक बार फिर मंदी की आहट सुनाई देने लगी है। ऐसा इसलिए कि घरों की बिक्री तिमाही दर तिमाही कम होती जा रही है। यानी घरों की बिक्री पिछले कई तिमाहियों से लगातार गिर रही है। यल एस्टेट सलाहकार कंपनी प्रॉपटाइगर की रिपोर्ट के अनुसार, देश के आठ प्रमुख शहरों में जनवरी-मार्च तिमाही में घरों की बिक्री सालाना आधार पर 19 प्रतिशत घटकर 98,095 इकाई रह गई। घरों की आसमान छूती कीमतें और नई परियोजनाओं की कम पेशकश इसकी मुख्य वजह रही।
दिल्ली-एनसीआर में 16% की बड़ी गिरावट
अहमदाबाद में मकानों की बिक्री जनवरी-मार्च में 17 प्रतिशत घटकर 10,730 इकाई, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 16 प्रतिशत घटकर 8,477 इकाई, हैदराबाद में 26 प्रतिशत घटकर 10,647 इकाई, कोलकाता में एक प्रतिशत घटकर 3,803 इकाई, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में 26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 30,705 इकाई और पुणे में 25 प्रतिशत घटकर 17,228 इकाई रह गई। दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद तथा फरीदाबाद और मुंबई महानगर क्षेत्र में मुंबई, नवी मुंबई तथा ठाणे शामिल हैं। समीक्षाधीन अवधि में नई परियोजनाओं की पेशकश 1,03,020 इकाइयों से 10 प्रतिशत घटकर 93,144 इकाई रह गई।
नए प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग में कमी
कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली (जनवरी-मार्च) तिमाही में नई पेशकश में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है। प्रॉपटाइगर के आंकड़ों के अनुसार, बेंगलुरु में जनवरी-मार्च में बिक्री 13 प्रतिशत बढ़कर 11,731 इकाई, चेन्नई में आठ प्रतिशत बढ़कर 4,774 इकाई हो गई। केवल बेंगलुरु और चेन्नई ही दो ऐसे शहर हैं जहां बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई। ये आंकड़ों केवल नए मकानों की बिक्री से संबंधित है। इसमें पुराने मकानों की पुन: बिक्री के आंकड़े शामिल नहीं है।

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