फरीदाबाद: दिल्ली डिवीजन ने फरीदाबाद पलवल समेत 19 स्टेशनों पर लगाए गए हैं डिस्प्ले बोर्ड।आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर दिल्ली डिवीजन के 19 रेलवे स्टेशनों पर डिस्प्ले बोर्ड के जरिए प्रदर्शनी लगाकर विभाजन विभीषिका की जानकारी रेलयात्रियों को दी जा रही है। ये ऐसी जानकारियां हैं जिनके बारे में हमारा युवा वर्ग अनभिज्ञ है। विभाजन विभीषिका के रेलवे स्टेशनों पर लगे डिस्प्ले बोर्ड में 1947 के पहले के हालातों की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गई है।इसका मुख्य मकसद समाज के हर वर्ग को देश के विभाजन के इतिहास की सही जानकारी देना है। फरीदाबाद ओल्ड रेलवे स्टेशन पर लगे डिस्प्ले बोर्ड को देखने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव जेटली और पलवल के बुकिंग आफिस में लगी प्रदर्शनी में विधायक दीपक मंगला पहुंचे। उन्होंने रेलवे की इस पहल की सराहना करते हुए युवाओं को स्टेशन आकर इतिहास की सही जानकारी ग्रहण करने की युवाओं से अपील की।रेलवे स्टेशनों पर डिस्प्ले बोर्ड में उस दौर की दुर्लभ तस्वीरों को भी किया गया है प्रदर्शितविभाजन की ये है पृष्ठभूमिभारत का विभाजन अभूतपूर्व मानव विस्थापन और मजबूरी में पलायन की दर्दनाक कहानी है। यह एक ऐसी कहानी है जिसमें लाखों लोग अजनबियों के बीच एकदम विपरीत वातावरण में नया आशियाना तलाश रहे थे। सरकार के आंकडों के अनुसार करीब 60 लाख गैर मुस्लिम उस क्षेत्र से निकलकर आए जो बाद में पश्चिमी पाकिस्तान बना। 65 लाख मुसलमान पंजाब दिल्ली आदि के भारतीय हिस्से से निकलकर पश्चिमी पाकिस्तान चले गए थे। बंटवारे के दौराना दोनों देशाें के इस विभाजन विभीषिका में करीब पांच से दस लाख लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। उस दौर की दुर्लभ तस्वीरें और कहानियां विभाजन विभीषिका की इस प्रदर्शनी में दर्शायी गई है। इस मौके पर निगम के निवर्तमान पार्षद जसवंत सिंह, स्टेशन अधीक्षक एके गोयल, एईएन टीकेड़ी वीपी शर्मा, इंस्पेक्टर आरपीएफ उत्तम तोमर समेत अन्य गणमान्य उपस्थित थे।इन स्टेशनों पर लगाई गई है प्रदर्शनीरेलवे अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली डिवीजन के ओल्ड फरीदाबाद, पलवल, नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, गुड़गांव, गाजियाबाद, सोनीपत, रोहतक, जींद, पानीपत, कुरुक्षेत्र, झज्जर, गुहाना, मेरठ, बागपत,मुजफ्फरनगर आदि स्टेशनों पर प्रदर्शनी लगाकर यात्रियों काे जानकारी दी जा रही है।

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