जालंधर। साथ मौजूद हैं विधायक रमन अरोड़ा, एडीसी मेजर अमित सरीन और सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मापंजाब के जालंधर के सिविल अस्पताल में पीजीआई समेत पड़ोसी राज्य हिमाचल की तर्ज पर सस्ती दवाइयों का स्टोर जन औषधि केंद्र खुलेगा। इस केंद्र Generic दवाइयों के साथ-साथ और Standard House की दवाएं भी सस्ती दरों पर मिलेंगी। यह दुकान रोगी कल्याण समिति ने सिविल अस्पताल के भीतर ही खोलने का निर्णय लिया है।सिविल अस्पताल में केंद्र सरकार की योजना के तहत जन औषधि केंद्र खोलकर सस्ती दरों पर Generic और Standard House की दवाएं उपलब्ध करवाने के लिए बुधवार को हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।बैठक में मौजूद रोगी कल्याण समिति के सदस्यजिला प्रशासकीय परिसर में रोगी कल्याण समिति की बैठक के दौरान जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा ने सिविल अस्पताल में जन औषधि स्टोर खोलने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस पहल से लोग महंगी दवाएं खरीदने के लिए मजबूर नहीं होंगे। सस्ती दरों पर Generic और Standard House दवाएं मिलने से शहरवासियों को बड़ी राहत मिलेगी।समिति को सहयोग का आश्वासन देते हुए विधायक ने कहा कि सिविल अस्पताल में जन औषधि स्टोर खोलने में हर संभव मदद की जाएगी, ताकि लोगों को यह सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध हो सके। डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के कल्याण के लिए रोगी कल्याण समिति का गठन किया गया है, जिसके तहत मिलने वाली राशि को केवल जरूरतमंद मरीजों के कल्याण के लिए ही खर्च किया जाए। बैठक के दौरान लोगों विशेषकर मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में साइनेज लगाने के साथ-साथ अस्पताल में पार्क और प्रवेश द्वार को सुंदर बनाने का भी निर्णय लिया गया।बैठक में सिविल अस्पताल के मातृ-शिशु स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले लोगों के बैठने की व्यवस्था को और बढ़ाने को भी मंजूरी दी गई। बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अभिभावक-बाल स्वास्थ्य केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।बैठक में भाग लेते रोगी कल्याण समिति के सदस्यइस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (ज) मेजर अमित सरीन, डॉ. ज्योति शर्मा, मेडिकल सुपरिनटैंडैंट डॉ. राजीव शर्मा सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे। नशा मुक्ति केंद्रों व पुनर्वास केंद्रों की भी समीक्षा की गई। जिला नशा मुक्ति एवं पुनर्वास समिति की गर्वनिंग बॉडी की बैठक दौरान विधायक रमन अरोड़ा व डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह ने नशा मुक्ति केंद्रों, पुनर्वास केंद्रों पर कहा कि नशा करने वालों के जीवन में बदलाव लाने में ये केंद्र बेहद मददगार साबित हो रहे है। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध करवाए जा रहे इलाज से प्रभावितों को नशा मुक्ति केंद्रों में मदद मिल रही है।इस बीच सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में 26 नए आउट पेशेंट ओपीओडी असिस्टेड ट्रीटमेंट (ओट) केंद्र स्थापित किए गए है, जबकि 11 केंद्र पहले से ही काम कर रहे है। ओट केंद्रों में 16820 नशा करने वालों को रजिस्टर कर फ्री उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा सिविल अस्पताल जालंधर में 50 बिस्तर वाला नशा मुक्ति केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नूरमहल में 10 बिस्तर वाला नशा मुक्ति केंद्र और गांव शेखे में पुनर्वास केंद्र भी नशा चला रहा है। इस बीच डिप्टी कमिशनर ने पुनर्वास केंद्रों में सुरक्षा गार्ड और वार्ड अटेंडेंट की मांग पर भी सहमति जताई।

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