चूरू: दंपती लंबे समय से बीमार चल रहे थे और बुढ़ापे में उनकी सार संभाल करने वाला कोई नहीं था।चूरू शहर के वार्ड 46 में बुधवार सुबह एक मकान की रसोई में बुजुर्ग दंपति का शव फंदे से झूलता मिला। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतरवाकर राजकीय डीबी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव उनको सौंप दिया।मृतक का भाई सुबह घर गया तो दंपती रसोई में फंदे से लटक रहे थे।थानाधिकारी सतीश कुमार यादव ने बताया कि वार्ड 46 के पूर्णा राम मेघवाल ने सूचना दी कि उसका बड़ा भाई सांवता राम (70) और उसकी पत्नी उमा देवी (65) का शव उनके घर में बनी रसोई में फंदे पर झूल रहा है। मृतक के भाई ने बताया कि सुबह काफी देर तक भाई और भाभी घर से बाहर नहीं आए और घर में कुछ हलचल नहीं दिखी तो वह घर में पहुंचे, जहां रसोई में दोनों फंदे से लटक रहे थे। उसने बताया कि दोनों के कोई संतान नहीं थी और सांवता राम लंबे समय से बीमार चल रहा था। रात को दोनों ने घर की रसोई में लोहे के पाइप से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।मोहल्ले के लोगों ने बताया कि सांवता राम मिस्त्री का काम करता था, लेकिन पिछले 2 साल से उसको कम दिखाई देना शुरू हो गया। दोनों पति-पत्नी बीमार रहते थे। दोनों के संतान तो हुई, लेकिन छोटी उम्र में ही उनकी मौत हो गई। अब बुढ़ापे में उनकी सार संभाल करने वाला कोई नहीं था। बीमारी की वजह से तंग आकर दोनों ने बीती रात को सुसाइड कर लिया।

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