पंजाब के अमृतसर जिले में सब इंस्पेक्टर की गाड़ी के नीचे बम इंप्लांट करने के मामले में लुधियाना का एक युवक की संलिप्तता भी मिली है। जिले के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी फतेहवीर ने 15 अगस्त की रात फिरोजपुर रोड स्थित एक 5 स्टार होटल में गुजारी। लुधियाना के युवक के साथ उसके लिंक सामने आ रहे है।दुगरी में रहने वाला मिक्की अक्सर फतेहवीर से बातचीत करता था। मिक्की की इस बम इप्लांट में क्या भूमिका रही, यह जांच का विषय है। बता दें कि इस मामले में लगातार काउंटर इंटेलिजेंस काम कर रही है। आज जांच एजेंसियों ने उस 5 स्टार होटल में जांच पड़ताल शुरू कर दी। CCTV कैमरे चैक किए गए, जिनमें फतेहवीर नजर आया है।मिक्की की क्या भूमिका अभी तकबम इंप्लांट में अभी तक पुलिस के सामने दुगरी निवासी मिक्की की यह भूमिका पता चली है कि मिक्की ने आरोपी हरपाल सिंह और फतेहवीर को सिम मुहैया करवाए थे। बाकी इस मामले में अभी पुलिस और जांच करने में जुटी है कि लुधियाना के और कौन-कौन से युवक संलिप्त है।आरोपी फतेहवीर ।क्या था मामलाअमृतसर शहर में रहने वाले पंजाब पुलिस के सब-इंस्पेक्टर के घर के बाहर खड़ी उसकी गाड़ी के नीचे बम लगा मिला था। सुबह कार धोने आए युवकों ने गाड़ी के टायर के पास तार देखकर सब-इंस्पेक्टर को इसकी सूचना दी। इस घटनाक्रम की एक CCTV फुटेज भी सामने आई। मामला अमृतसर की सबसे पॉश कॉलोनी कहलाने वाली रणजीत एवेन्यू सी-ब्लॉक का है।यहां पंजाब पुलिस के CIA स्टाफ में तैनात सब-इंस्पेक्टर (SI) दिलबाग सिंह का घर है। दिलबाग सिंह की गाड़ियां धोने रोज दो युवक आते हैं। मंगलवार सुबह भी मंगा और उसका साथी दिलबाग सिंह के घर के बाहर खड़ी उनकी गाड़ियां साफ कर रहे थे। इसी दौरान दोनों ने गाड़ी के पिछले पहिए के नीचे डिब्बेनुमा चीज पड़ी देखकर इसकी जानकारी दिलबाग सिंह को दी।दिलबाग सिंह जब गाड़ी के पास पहुंचे तो वहां डेटोनेटर लगा देखकर हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत सूचना विभागीय अधिकारियों को दी। आरोपियों की पहचान हरपाल सिंह और फतेहवीर सिंह के तौर पर हुई। हरपाल सिंह कोई और नहीं, पंजाब पुलिस का जवान है। बीते कुछ सालों से उसे अमृतसर निवासी सुप्रीम कोर्ट के वकील संदीप गोरसी की सुरक्षा में तैनात किया गया था। आरोपी कुछ दिनों से ड्यूटी पर भी नहीं आ रहा था।सुप्रीम कोर्ट के जज संदीप गोरसी के साथ घेरे में आरोपी हरपाल सिंह।विदेश भागने की फिराक में थे आरोपीशुरुआती जांच में पता चला है कि पकड़े गए दोनों ही आरोपी विदेश भागने की फिराक में थे। विदेशों में बैठे आतंकियों ने घटना को अंजाम देने से पहले ही उनके विदेश भागने की तैयारी कर ली थी। दोनों आरोपी बम इंप्लांट करने के बाद सीधा दिल्ली की तरफ ही भागे थे।मोबाइल फोन ने उगले राजADGP इंटरनल सिक्योरिटी आरएन दोके ने एक मोबाइल के मिलने की बात कही थी, जिसे फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया था। इस मोबाइल से ही कुछ ऐसी जानकारियां सामने आईं, जिनके बाद पुलिस आरोपियों के करीब पहुंच गई। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टीम ने दिल्ली के क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।

Comments are closed.