उन्नाव: उन्नाव में बरसात के दिनों में हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। इस बार बारिश कम होने के कारण किसान सब्जी पैदावर नहीं कर सकें। वहीं बाहर से आने वाली सब्जी ढुलाई के कारण महंगी बेची जा रही है। जिसका मुख्य कारण डीजल महंगा होना बताया जा रहा है। वहीं नई और मौसमी सब्जी अभी बजट के बाहर जा रही है। ऐसे में हर घर में थाली में हरी सब्जी नहीं पहुंच पा रही है।बारिश कम होने के कारण सब्जियों की पैदावार कम हुई है। वहीं कुछ किसान ने कोल्ड स्टोरेज में सब्जियों को रख दिया है। जिस कारण सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं आलू भी महंगे दामों में बिक रहा है। जिससे आम आदमी की थाली का बजट बिगड़ता जा रहा है।सब्जियों में आग सी लगी हुई हैहरी सब्जियों को देखा जाये तो टमाटर ही एक ऐसी सब्जी है जो चालीस रूपये किलो में बिक रहा है। बाकी हरी सब्जियों में आग सी लगी हुई है। यदि आप सौ रुपये की बाजार में सब्जी लेने जायेंगे तो बमु़श्किल मध्यम परिवार के लिये एक ही दिन की सब्जी घर पहुंच सकेगी। इसका असर महंगाई से ही सीधे लगाया जा रहा है।हरी मिर्च के भाव सातवें आसमान परइस समय बाजार में हरी सब्जियों में लौकी, तरोई, कद्दू, मटरी, भिंडी, घुइंया, कटहल, धनिया, हरी मिर्च आदि बाजार में उपलब्ध हैं। सबसे खास बात यह है कि हरी मिर्च के भाव सातवें आसमान पर हैं। जो अस्सी रूपये किलो बिक रहा है। वहीं सब्जी विक्रेता रामदुलारे निषाद, रमेश कुशवाहा ने बताया कि बारिश न होने के कारण सब्जी की पैदावार कम हुई। बाहर से आने वाली सब्जी डीजल महंगा होने के कारण उसके भाव आसमान छू रहे हैं।

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