पीलीभीत: अपनी सरकार के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने वाले सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर हमला बोला है। सांसद ने सेना भर्ती को लेकर सरकार को घेरते हुआ कहा कि सेना में 1 लाख से अधिक पद खाली है। फिर भी सरकार भर्ती नहीं निकाल रही। ऐसे में सीमा पर सेवा करने की चाहत रखने वाले युवा आत्महत्या करने को मजबूर है।सांसद ने ट्वीट कर लिखा,’ देश के लिए कुछ कर गुजरने की हसरत, मगर हमारे युवाओं को सिवाय निराशा के कुछ हाथ नहीं लग रहा। लगभग 1 लाख रिक्त पद होने के बावजूद सेना में भर्तियां नहीं निकल रही। हताश युवा जो सीमा पर जा कर देश सेवा करना चाहते हैं, वो अब आत्महत्या करने को मजबूर हैं। क्यों?ट्वीट पर वरुण गांधी ने अपनी सरकार पर बोला हमला।वरुण गांधी ने शेयर की अभ्यर्थियों का दर्दबीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इसके साथ सेना भर्ती की तैयारी कर रहे कुछ नौजवानों की कहानी को भी शेयर किया है, जो एक यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित की गई थी। सांसद ने इन छात्रों की पीड़ा का दर्द समझते हुए अपनी ही सरकार को ट्वीट के जरिए आईना दिखाने का काम किया है।छात्रों की कर रहे मददबता दें कि वरुण पिछले कुछ दिनों से रेलवे अभ्यर्थियों और सेना की तैयारी कर रहे युवाओं को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। इसके अलावा वे कुछ छात्रों की मदद भी कर रहे हैं। वरुण दो छात्रों को परीक्षा देने जाने के लिए मदद कर चुके हैं। एक छात्र ने वीडियो जारी कर सांसद वरुण गांधी का आभार जताया था। उसने कहा था कि, ‘मेरा RRB NTPC का सेंटर मेरे घर गोरखपुर से बहुत दूर पुणे महाराष्ट्र चला गया था। मैं वहां जाने में असमर्थ था। इसके लिए मैंने सांसद वरुण गांधी से मदद की गुहार लगाई थी। उनके द्वारा मेरी यात्रा का प्रबंध करा दिया गया है। इसके लिए मैं उनको बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं।’ये हैं वरुण के सरकार पर पहले के ट्वीट वारइससे पहले वरुण गांधी ने SSC GD 2018 की परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों का एक वीडियो ट्वीट किया था। ये अभ्यार्थी 47 डिग्री तापमान में नागपुर से दिल्ली तक का पैदल आ रहे हैं। इन अभ्यर्थियों का मेडिकल भी हो चुका है, लेकिन उसके बाद भी इन्हें ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला है। उसी के विरोध में ये लोग पैदल मार्च कर रहे हैं। वरुण ने ट्वीट करके इन अभ्यार्थियों को रोजगार देने की मांग की थी।कुछ दिन पहले वरुण ने सीएम योगी को संविदाकर्मियों की मांगों को लेकर घेरा था। उन्होंने सीएम को एक पत्र लिखकर कहा था कि आपने संविदाकर्मियों को उनकी मांगों को लेकर आश्वासन दिया था। इसके ढाई महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।वरुण 19 दिसंबर को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे संविदाकर्मियों के कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां उनके बीच बैठकर उनकी समस्याएं सुनी थीं।UPTET पेपर लीक मामले में वरुण ने सरकार से पूछा था कि आखिर रसूखदारों पर एक्शन कब होगा? उन्होंने कहा था कि ज्यादातर शिक्षण संस्थानों के मालिक राजनीतिक रसूखदार हैं।कृषि कानून और किसानों के मुद्दे पर भी वरुण सरकार के लिए कई बार असहज स्थिति उत्पन्न कर चुके हैं। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार को कई बार लेटर लिखा था। इसमें किसानों की मांग को पूरा करने की बात कही थी।वरुण गांधी ने एक किसान के फसल जलाने पर भी BJP को घेरा था। उन्होंने लिखा था कि यूपी के किसान समोध सिंह पिछले 15 दिनों से अपनी धान की फसल को बेचने के लिए मंडियों में मारे-मारे फिर रहे थे, जब धान बिका नहीं तो निराश होकर इसमें स्वयं आग लगा दी।वरुण ने केंद्र सरकार के बैंकों के निजीकरण का भी विरोध किया था। वहीं अमेजन, फ्लिपकार्ट पर भी हमला किया था। उन्होंने कहा था कि किसानों के हित में केवल वह खड़े हुए थे। इसका विरोध करने की बाकी किसी भी सांसद की हिम्मत नहीं हुई थी।गन्ना मूल्य को लेकर परोक्ष रूप से राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए वरुण ने कहा कि टिकट कटने के डर से पार्टी के नेता ऐसे मुद्दे नहीं उठाते। उन्हें इसका कोई डर नहीं है, क्योंकि उनके परिवार ने निर्दलीय भी चुनाव जीता है।

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