लुधियाना: रेड करने पहुंची विजिलेंस टीम।पंजाब में ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू के PA मीनू मल्होत्रा पर विजिलेंस का शिकंजा कसता जा रहा है। विजिलेंस इस केस में मीनू मल्होत्रा को नामजद कर चुकी है। मीनू मल्होत्रा कई दिनों से फरार है। उसकी तलाश में लगातार रेड चल रही है।गुरुवार को पंकज मीनू मल्होत्रा के घर जवाहर नगर कैंप सहित अलग-अलग उसके होटल आदि पर रेड की गई। दो दिन ही विजिलेंस के पास पूर्व मंत्री के रिमांड के बचे हैं, इसलिए विजिलेंस भी एड़ी चोटी का जोर लगा कर मीनू मल्होत्रा को गिरफ्तार करने के लिए गली-गली घूम रही है।विजिलेंस ब्यूरो को गुरुवार को भी मीनू मल्होत्रा की कुछ प्रॉपर्टी की डिटेल मिली। यह सारी प्रॉपर्टी शहर के पॉश एरिया में है और इनकी कीमत करोड़ों में है। इनमें एक कॉम्प्लेक्स भी है। इनके रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।मीनू मल्होत्रा की दुकान पर दबिश देने पहुंची विजिलेंस टीम?विजिलेंस इस बात की पड़ताल कर रही है कि मीनू मल्होत्रा ने यह प्रॉपर्टी कब बनाई और उसके पास इसके लिए पैसे कहां से आए। इस बीच बताया जा रहा है कि मीनू मल्होत्रा ने यह सारी प्रॉपर्टी भारत भूषण आशू के मंत्री बनने के बाद बनाईं। उम्मीद जताई जा रही है कि रात तक मीनू मल्होत्रा को विजिलेंस दबोच लेगी। सूत्र के मुताबिक विजिलेंस के हाथ कई ऐसे कागजात लगे हैं जो मीनू मल्होत्रा की पूर्व मंत्री के साथ नजदीकियों को उजागर कर रहे हैं।विजिलेंस अधिकारी रेड करने पहुंचे।मीनू का ही मुख्य रोलविजिलेंस जांच के अनुसार, तत्कालीन कैबिनेट मिनिस्टर भारत भूषण आशू के PA मीनू मल्होत्रा की इस घोटाले में सबसे अहम भूमिका रही। टेंडर के लिए ट्रेडर्स को ढूंढने से लेकर रेट तय करने तक का सारा काम मीनू ही करता था। डील फाइनल हो जाने के बाद पैसों का लेन-देन भी मीनू ही करता।अफसरों से नेताओं तक हिस्सा पहुंचाने का काम उसी का था। अपने जीवन का आधे से ज्यादा हिस्सा जवाहर नगर कैंप में गुजारने वाला मीनू कुछ महीनों से न्यू मॉडल टाउन में कोठी बनवा रहा था। इस कोठी का रिकॉर्ड विजिलेंस चेक करवा रही है। इस बीच भारत भूषण आशू 4 दिन के रिमांड पर है। उधर, पंजाब कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप बार-बार एक ही सुर अलाप रही है कि मीनू मल्होत्रा आशू का PA है ही नहीं।तेलूराम ने खरीदी 20 एकड़ जमीनविजिलेंस जांच के दौरान पता चला कि गेहूं की लोडिंग-अनलोडिंग से जुड़े इस टेंडर घोटाले के मुख्य आरोपी तेलूराम ने कुछ समय पहले ही तकरीबन 20 एकड़ जमीन खरीदी। मीनू मल्होत्रा ने भी कई प्रॉपर्टी बनाई। इससे जुड़ा रिकॉर्ड जुटाया जा रहा है। राकेश कुमार सिंगला की तैनाती और उनकी प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी इकट्ठे किए जा रहे हैं।ट्रक की जगह कार-बाइक के नंबरविजिलेंस ब्यूरो की अब तक की जांच के अनुसार, तेलूराम ने तकरीबन 25 करोड़ रुपए हासिल किए। टेंडर लेने के लिए जमा की गई गाड़ियों की लिस्ट में कार, स्कूटर-बाइक आदि के रजिस्ट्रेशन नंबर दिए गए। जिला टेंडर कमेटी को गेहूं की ढुलाई करने वाली गाड़ियों की लिस्ट की पड़ताल करनी थी मगर कमेटी के मेंबरों ने भी मिलीभगत कर टेंडर अलॉट कर दिए। गेट पास में भी स्कूटर-कारों के नंबर लिखे गए। सरकारी अफसरों ने भी इन गेट पास के आधार पर ठेकेदारों को पेमेंट कर दी। इस संबंध में आगे जांच चल रही है।

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