Shani Dhaiya Effect: शनि का गोचर करीब ढाई साल में होता है। ऐसे में शनि को एक राशिचक्र पूरा करने में करीब 30 साल का समय लगता है। वर्तमान में शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि के कुंभ राशि में होने से कर्क व वृश्चिक राशि पर शनि ढैय्या चल रही है। शनि गोचर के साथ ही वृश्चिक राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। वृश्चिक राशि वालों पर अभी करीब सात महीने शनि ढैय्या का प्रभाव रहेगा। जानें कब होगा शनि गोचर व जानें वृश्चिक राशि वालों को शनिदेव जाते-जाते क्या देकर जाएंगे-
वृश्चिक राशि से कब हटेगी शनि ढैय्या- शनि 29 मार्च 2025 को कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। शनि के मीन राशि में जाते ही वृश्चिक राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। ऐसे में करीब सात महीनों तक वृश्चिक राशि पर शनि ढैय्या का प्रभाव रहेगा। किसी भी राशि में शनि की ढैय्या करीब ढाई वर्ष के लिए रहती है। इसके बाद शनि ढैय्या वृश्चिक राशि वालों पर मई 2032 में शुरू होगी।
शनि ढैय्या के आखिरी चरण में वृश्चिक राशि वालों को क्या देंगे शनिदेव- शनि के प्रभाव से वृश्चिक राशि के जातक ज्यादा सोचेंगे, चाहे वह लव लाइफ हो, करियर हो या आर्थिक स्थिति हो। मार्च 2025 तक आप अपने घर को रेनोवेट कर सकते हैं या फिर अपनी जिंदगी में कोई बड़ा बदलाव होते हुए देखेंगे। भूमि, भवन या वाहन की खरीदारी कर सकते हैं। लोहे से जुड़े काम की शुरुआत के लिए यह अच्छा समय है। यह समय किसी भी तरह के लोन के लिए अच्छा है। राजनीति से दूर रहें, वरना विवादों में फंस सकते हैं। शनि के प्रभाव से आपको करियर में संघर्ष का सामना करना पड़ेगा, हालांकि समय के बाद पॉजिटिव बदलाव भी होंगे। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों के लिए यह समय अच्छा है। बॉस या सीनियर्स के साथ बहस से बचें।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उपाय- वृश्चिक राशि वालों को शनि कृपा पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। शिव चालीसा का पाठ करें। चंद्रमा के बीज मंत्र का जाप करना लाभकारी रहेगा।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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