Shani Dev Upay : हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा-आराधना के लिए समर्पित होता है। धार्मिक मान्यता है कि शनिवार के दिन कर्मफलदाता शनि और पीपल के वृक्ष की पूजा करने से जीवन के समस्त दुखों से छुटकारा मिलता है। कुंडली में शनि के प्रकोप से व्यक्ति को कई कष्टों का सामना करना पड़ता है और व्यक्ति का जीवन समस्याओं से घिरा रहता है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, इस समय कुंभ,मकर और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती तल रही है और कर्क, वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है। 2025 में शनि की मकर राशि में गोचर करते ही मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी। वहीं, वृश्चिक, कर्क राशि वालों को शनि की ढैय्या से राहत मिल जाएगा। हालांकि, इस दौरान शनि के प्रकोप से बचने के लिए प्रत्येक शनिवार को कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं। आइए जानते हैं शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय…
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय :
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करें और वृक्ष के पास सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करें। इसके अलावा शनिदेव की प्रतिमा के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से शनिदेव की कृपा हमेशा बनी रहती है।
शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन काला ति, सरसों का तेल,काला छाता और काली उड़द की दाल दान करना बेहद शुभ माना गया है।
शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ कर सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी दुख-संकट दूर होते हैं।
शनिवार के दिन बंदरों का गुड़ व काला चना खिलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन मांस-मदिरा के सेवन से सख्त परेहज करें। इस दिन सात्विक भोजन करें। इससे आपको सकारात्मक परिणाम मिलने लगेंगे।
शनिदेव की कृपा पाने के लिए उनके बीज मंत्र ‘ऊं शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करना बेहद शुभ माना गया है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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