शाहरुख खान-अक्षय कुमार संग किया काम, 52 की उम्र में भी सिंगल है ये हसीना, बिना बच्चों के मिला मां का दर्जा

बिना बच्चों के मिला मां का दर्जा
इस जानी-मानी हस्ती ने ग्लैमर की दुनिया में तब कदम रखा था जब लोग अपने सपनों को साकार करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बहुत ही कम उम्र में लोगों को कोरियोग्राफ करना शुरू कर दिया था, जिन्होंने बाद में बॉलीवुड में एंट्री करते ही धमाका कर दिया। हालांकि, उनकी जिंदगी में इतने दुख थे की वह हमेशा अपने ग्लैमरस अंदाज में उन्हें छुपाने की कोशिश करती थी। सालों बाद, इस मशहूर कोरियोग्राफर ने शोबिज की अंधेरी गलियों के बारे में खुलकर बात की। फराह खान के साथ कई फिल्मों में बतौर असिस्टेंट कोरियोग्राफर काम कर चुकी ये स्टार कोई और नहीं बल्कि गीता कपूर हैं। वह सालों से टेलीविजन पर डांस रियलिटी शो जज कर रही हैं।
बिना औलाद कहलाई है ‘मां’
हम गीता कपूर के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें गीता मां के नाम से भी जाना जाता है। कपूर ने इंडस्ट्री में अपनी यात्रा तब शुरू की जब वह 15 साल की थीं। वह छोटी उम्र में ही बॉलीवुड निर्देशक-कोरियोग्राफर फराह खान की टीम में शामिल हो गईं। बाद में उन्होंने ‘कुछ कुछ होता है’, ‘दिल तो पागल है’, ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘मोहब्बतें’, ‘कल हो ना हो’, ‘मैं हूं ना’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसी फिल्मों में फराह खान की सहायता की।
मनोरंजन जगत में ऐसे मिलता है काम
इसके अलावा, उन्होंने ‘टेम्पटेशन रीलोडेड’ जैसे अवार्ड शो और कॉन्सर्ट की कोरियोग्राफी की है और पेप्सी आईपीएल 2013 के उद्घाटन समारोह के डांसर को भी कोरियोग्राफ किया है। हाल ही में हिंदी रश से बात करते हुए गीता कपूर ने बॉलीवुड में कलाकारों को चुनाने के अनुचित तरीकों पर अपनी निराशा व्यक्त की। गीता ने बताया कि आजकल फिल्मों में कास्टिंग सोशल मीडिया ट्रेंड फॉलोअर्स के आधार पर होती है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आजकल, सोशल मीडिया अकाउंट के आधार पर लोगों को चुना जाता है। मुझे 2.3 मिलियन फॉलोअर्स पाने में 8 से 10 साल लग गए। लेकिन आजकल, लोगों को रातों-रात 23 मिलियन फॉलोअर्स मिल जाते हैं। यह एक अलग दुनिया है। लेकिन अगर कोई 15 सेकंड में टिक सकता है और सभी का ध्यान अपनी ओर खींच सकता है, तो वह वाकई सही है।’ गीता ने आगे कहा, ‘फिल्म इंडस्ट्री में कई टैलेंटेड स्टार्स हैं जिन्हें मौके मिलने चाहिए। लेकिन आजकल एक ऐसा ट्रेंड चल रहा है जो अनुचित होने के बाद भी जरूर है, लेकिन गलत नहीं है। मुझे उन लोगों के लिए बुरा लगता है जो सीखने में अपना समय लगाते हैं। आप अपना डांस वीडियो अपलोड करते हैं, लोग इसे पसंद करते हैं और फॉलोअर्स बढ़ते हैं। फिर, ये लोग कहते हैं कि वे आपको डांस सिखाएंगे। लोग जाते भी हैं। आपको उनके एक्सप्रेशन नहीं दिखेंगे। लेकिन, आपको सिर्फ वायरल डांस ही दिखेगा।’
गीता कपूर कौन हैं?
गीता मां ने 2008 में जी टीवी पर रियलिटी सीरीज ‘डांस इंडिया डांस’ (सीजन 1) के साथ टेलीविजन पर पहली बार नजर आईं, जिसमें जज-कोरियोग्राफर टेरेंस लुईस और रेमो डिसूजा भी दिखाई दिए थे। इसमें मिथुन चक्रवर्ती ग्रैंड मास्टर के रूप में नजर आए। उनका ‘गीता की गैंग’ नाम से एक ग्रुप है। 2009 में, उन्होंने ‘डांस इंडिया डांस’ के सीजन 2 में भाग लिया, जहां उन्होंने कोरियोग्राफर टेरेंस लुईस और रेमो डिसूजा के साथ जज और मेंटर के रूप में काम किया। उन्होंने बैले, एक्रोबेटिक्स, मिड-एयर डांसिंग, कंटेम्पररी, बॉलीवुड और हिप-हॉप सहित विभिन्न नृत्य शैलियों में 18 प्रतियोगियों का मार्गदर्शन किया। वह अभी भी सिंगल हैं।

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