भारतीय शेयर बाजार में आज जबरदस्त उछाल दर्ज हुआ है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 1.96 फीसदी या 1508 अंक की बढ़त लेकर 78,553 पर बंद हुआ है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी आज 1.77 फीसदी या 414 अंक की बढ़त लेकर 23,851 पर बंद हुआ। आज सरकारी और प्राइवेट बैंकों के शेयरों में सबसे अधिक उछाल देखने को मिला है। आइए जानते हैं कि बाजार में आज आई इस भारी तेजी की क्या वजह है।
1. अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड डील की उम्मीद
भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक सफल ट्रेड डील होने की उम्मीद ने निवेशकों को उत्साह से भर दिया है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ट्रंप 90 दिनों के विराम के बाद अतिरिक्त टैरिफ छूट की घोषणा कर सकते हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड पंकज पांडे ने कहा, “चीजें जल्दी सामान्य होने की उम्मीद है। भारत के अमेरिका के साथ एक अनुकूल व्यापार समझौता करने की संभावना है। अगले दो से तीन हफ्तों में निफ्टी 24,000-25,000 के स्तर को फिर से हासिल कर सकता है।” एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रंप की टैरिफ पॉलिसीज भारत पर उतना गंभीर प्रभाव नहीं डालेंगी, जितना कि चीन जैसे देशों पर पड़ेगा।
2. मजबूत आर्थिक स्थिति
हालिया वृहद आर्थिक आंकड़ों ने घरेलू बाजार के सेंटीमेंट को मजबूत किया है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित भारत की खुदरा महंगाई मार्च में सालाना 3.34 प्रतिशत बढ़ी, जो फरवरी में दर्ज 3.61 प्रतिशत और पिछले वर्ष की समान अवधि में दर्ज 4.85 प्रतिशत से कम है। खुदरा महंगाई छह वर्षों में (अगस्त 2019 के बाद से) अपनी सबसे धीमी गति से बढ़ी है। भारतीय रिजर्व बैंक को वित्त वर्ष 2026 में खुदरा महंगाई 4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। जीडीपी विकास दर भी 6 प्रतिशत से ऊपर रहने की उम्मीद है। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। कच्चे तेल की कीमतें भी कम हैं।
3. सामान्य मानसून का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस वर्ष के मानसून सीजन के दौरान सामान्य से अधिक वर्षा होने की भविष्यवाणी की है। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने भी भविष्यवाणी की है कि भारत इस वर्ष सामान्य मानसून का अनुभव करेगा। मानसून भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सामान्य मानसून से ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत लोगों की आय बढ़ सकती है। यह महंगाई को नियंत्रण में रखने में भी मदद करता है, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ जाती है।
4. एफपीआई की फिर से खरीदारी
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय शेयरों में फिर से खरीदारी शुरू कर दी है, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले दो लगातार सत्रों में एफपीआई ने कैश सेगमेंट में कुल ₹10,000 करोड़ की भारतीय इक्विटी खरीदी है। ट्रंप के टैरिफ पर रोक के बीच एफपीआई ने भारतीय शेयरों की खरीदारी फिर से शुरू कर दी है। इसके अलावा, अमेरिका के साथ व्यापार समझौते की संभावना और स्वस्थ आर्थिक विकास के दृष्टिकोण ने भी विदेशी निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार की ओर आकर्षित किया है।
5. बैंकिंग शेयरों में तेजी
बैंकिंग शेयरों में तेजी से भी आज बाजार ऊपर गया है। आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक सहित कई बैंकिंग स्टॉक्स में आज अच्छी तेजी देखने को मिली है। निफ्टी बैंक इंडेक्स 2.21 प्रतिशत बढ़कर 54,290.20 पर बंद हुआ। इंडेक्स अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर 54,467.35 के करीब पहुंच रहा है, जिसे इसने पिछले साल 26 सितंबर को छुआ था। बैंकिंग शेयरों का बेंचमार्क इंडेक्स में महत्वपूर्ण भार होता है।

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