सरदार सिमरनजीत सिंह मान ने संगरूर से लोकसभा चुनाव जीतकर इतिहास दोहराया।
संगरूर (पंजाब) लोकसभा चुनाव कब एकतरफा हो गया किसी को पता भी नहीं चला।
1st May 1994 को सिमरनजीत ने अकाली दल अमृतसर की स्थापना की थी।
सिमरनजीत सिंह मान का जन्म 20 May 1945 शिमला पंजाब में हुआ था।
सिमरनजीत सिंह मान के पिताजी का नाम सरदार जोगिन्दर सिंह मान है।
सिमरनजीत सिंह मान ७७ वर्ष के हैं।
सिमरनजीत सिंह मान का पैतृक स्थान क़िला हरनाम सिंह फतेहगढ़ साहिब है।
सिमरनजीत सिंह मान ने सरकारी कालेज चंडीगढ़ से बी ए ऑनर्स की शिक्षा में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
सिमरनजीत सिंह मान का व्यवसाय कृषि है।
सिमरनजीत सिंह मान पुलिस अफसर भी रहे हैं।
१९८४ में इंदिरा गांधी की देशविरोधी नीतियों के विरोध में सरकारी ओहदे से त्यागपत्र देकर देशभक्ति के कार्य में लग गए थे।
सिमरनजीत सिंह मान 1989–1991 तरन तारन लोकसभा सीट से लोकसभा सदस्य रहे थे।
सिमरनजीत सिंह मान ने 2022 में लगभग सात हजार वोटों से संगरूर लोकसभा से जीत प्राप्त की है।
सिमरनजीत सिंह मान को संगरूर लोकसभा सीट से ढाई लाख से अधिक वोट प्राप्त हुए हैं।
आम आदमी पार्टी दूसरे स्थान पर रही और बाकी कांग्रेस, अकाली दल बदल, भाजपा की जमानत जब्त हो गयी है।
सिमरनजीत सिंह मान की जीत से आम आदमी पार्टी को छोड़कर सभी पार्टियों में ख़ुशी की लहर है।
संगरूर सीट से पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान लोकसभा सदस्य थे।
उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद यह लोकसभा सीट खाली हो गयी थी।
गौरतलब है की यह संसदीय क्षेत्र आम आदमी पार्टी की प्रतिष्ठा का प्रश्न थी।
हाजेदार बात यह है कि शिरोमणि अकाली दाल बादल और अन्य पार्टियों के चुनाव की वोटिंग से पहले मेज तक नहीं लग पायी।
जो आम आदमी पार्टी केवल तीन महीने पहले जीत कर आयी थी वो हार कैसे गयी !
लोकसभा में पंजाब से आम आदमी पार्टी की नुमाइंदगी अब कौन करेगा।
ज्ञात हो की लोकसभा में भगवंत मान का गढ़ ढेह गया है।
मौजूदा हालत देखते हुए आने वाले समस्य में आम आदमी पार्टी को ओस भी चुनौतियों का सामना करना पढ़ेगा।

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