जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में महिलाओं और स्कूली बच्चों ने प्रकृति रक्षा का संकल्प लेते हुए पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधा। बलौदा ब्लॉक में पेड़ों को राखी बांधकर पर्यावरण सुरक्षा का संदेश लोगों को दिया गया। स्थानीय लोग भी इसकी बहुत सराहना कर रहे हैं।बलौदा ब्लॉक के बहेराडीह की विहान स्वसहायता समूह की महिलाओं ने रक्षाबंधन के एक दिन पहले 10 अगस्त को ”प्रकृति राखी त्योहार” मनाया। आयोजन के दौरान महिला आयोग की सदस्य शशिकांत राठौर, जनपद उपाध्यक्ष नम्रता नामदेव, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की संयोजक अनुराधा शुक्ला के अलावा बड़ी तादाद में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं और स्कूली बच्चे मौजूद रहे।साग-सब्जियों और फल-फूलों के अवशेष से बनाई गई आकर्षक राखियांइन महिलाओं ने साग-सब्जियों, फल-फूलों के अवशेष और कमल के रेशे से रंग-बिरंगी आकर्षक राखियां तैयार की हैं, जिनकी चर्चा हर ओर हो रही है। ये राखियों लोगों को खूब लुभा रही हैं। महिला आयोग की सदस्य शशिकांत राठौर ने कहा कि विहान स्वसहायता समूह की महिलाओं का यह प्रयास सराहनीय है और मैं उनसे हर साल ऐसे आयोजनों की अपील करती हूं, क्योंकि इससे आम लोगों में भी जागरूकता आती है।पेड़ों को बांधी गई राखी।पेड़ों के संरक्षण की शपथशशिकांत राठौर ने कहा कि जिस तरह से हम अपने भाइयों को राखी बांधकर उनकी सुरक्षा की कामना करते हैं, उसी तरह से आज वृक्षों को राखी बांधकर हमने उनके संरक्षण की शपथ ली है। हम सभी से यह आह्वान करते हैं कि वे पेड़-पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाएं। बलौदा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष नम्रता नामदेव ने कहा कि वृक्ष सुरक्षित रहेंगे, तभी पर्यावरण संरक्षित रहेगा।पेड़ों को राखी बांधकर पर्यावरण सुरक्षा का लिया गया संकल्प।बिलासपुर में भी महिला वनकर्मियों ने पेड़-पौधों को बांधी राखीबिलासपुर जिले में भी बहनों ने पर्यावरण बचाने, पौधों की हरियाली और सुरक्षा करने का संकल्प लेकर उन्हें रक्षा सूत्र बांधा। कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में काम करने वाली महिला वनकर्मियों ने पेड़-पौधों को राखी बांधी। वन विभाग के SDO और जू प्रभारी संजय लूथर ने बताया कि कानन-पेंडारी में पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर स्टाफ उनकी रक्षा करने का संकल्प लेते हैं।बिलासपुर के कानन पेंडारी जू में भी पेड़ों को बांधी गई राखी।रक्षाबंधन आज, राखी बांधने का शुभ मुहूर्तआज 11 अगस्त को पूरे प्रदेश में धूमधाम से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। भद्रा नक्षत्र की वजह से राखी बांधने का मुहूर्त सिर्फ रात में 8.25 से 9.45 तक रहेगा। काशी विद्वत परिषद, बनारस, उज्जैन, हरिद्वार, पुरी और तिरुपति के विद्वानों का कहना है कि जब तक भद्रा काल पूरी तरह खत्म न हो जाए, तब तक राखी नहीं बांधें, इसलिए रात 8.25 पर भद्रा के खत्म होने के बाद बहनें भाईयों को राखी बांधेंगी।

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