सुल्तानपुर में 50 से अधिक हादसों में दर्जनों घायल, ओवर स्पीड-नींद और आवारा पशु बन रहे हादसों का कारण
सुल्तानपुर: पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किमी 155 पर मंगलवार को डॉक्टर का परिवार बड़े हादसे का शिकार हुआ। चिकित्सक पुत्र समेत चार लोगो की इसमें जान गई है। जबकि डॉक्टर व उनकी पत्नी का इलाज जारी है। बता दें कि 16 नंवबर 2021 को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का कूरेभार के अरवल कीरी से पीएम मोदी ने लोकार्पण किया था। अबतक इस पर 25 जाने जा चुकी हैं। लगभग 50 से अधिक हादसों में कई दर्जन लोग घायल हुए हैं। इन हादसों के पीछे ओवर स्पीड, चालकों की नींद और चालू ट्रैक पर आवारा पशु व नीलगाय का आना बड़ा कारण बन रहा है। पेश है दैनिक भास्कर से असगर नकी की रिपोर्ट…कल गई चार की जान14 जून को दोस्तपुर थाना क्षेत्र के खालिसपुर में किमी 155 पर सफारी गाड़ी और टैंकर में भिड़ंत हुई। इस हादसे में जयकुमार व श्यामनारायण की सुल्तानपुर में मौत हुई। जबकि सुप्रिया वर्मा (21) व अभिज्ञान (10) की अंबेडकरनगर में मौत हो गई। वही मृत्य धीरेंद्र वर्मा (40) पुत्र हरिराम वर्मा व उनकी पत्नी सीमा वर्मा (34) पत्नी धीरेंद्र वर्मा का इलाज जारी है।घायल डॉक्टर का होता इलाज।तीन जिंदा जल गए थेइसी तरह 6 फरवरी की रात गोसाईगंज थाना क्षेत्र के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किमी 127 पर अरवल कीरी स्थित एयर स्ट्रिप पर तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकरा गई थी। कार पर लखनऊ के कपूरथला के रहने वाले 52 वर्षीय कारोबारी आदित्य कोठारी उनके कर्मचारी विक्रम समेत तीन की मौत हो गई थी। आदित्य अपने कर्मचारियों के साथ सुल्तानपुर में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आ रहे थे।लखनऊ के तीन लोग जिंदा जले थे।दरोगा और उनकी मां की हुई थी मौत14 फरवरी को जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के पूर्वांचल एक्सप्रेस पर किमी 133 पर क्रेटा कार खड़े एक कन्टेनर वाहन में पीछे से अनियंत्रित होकर घुस गई थी। इस हादसे में लखनऊ के गोमतीनगर थाने में तैनात दरोगा मनीष वर्मा (40) व उनकी मां चंद्रावती (70) की मौत हो गई। जबकि उनकी पत्नी समेत 5 लोग घायल हुए थे। कार जनपद अम्बेडकर नगर से जनपद लखनऊ की ओर जा रही थी।दरोगा की गई थी जान।बीजेपी की सदस्यता लेकर लौटे चार ने गंवाई थी जानसाल 2022 के शुरुआत ही में 6 जनवरी को बल्दीराय थाना क्षेत्र के देहली बाजार के पास किमी 102 पर तेज पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अचानक से अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकारा गई थी। इसमें गिरी शुक्ला (65), अखिलेश मिश्रा (43), गुड्डू पाण्डेय व अमित मिश्रा की मौत हुई थी। वही दुर्गेश मिश्रा (35) व लक्ष्मण बुरी तरह घायल हुए थे। सभी वाराणसी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख तेग बहादुर सिंह के समर्थक थे और लखनऊ से बीजेपी की सदस्यता लेकर लौटे थे।सदस्यता लेकर लौटते समय हुआ हादसा।विदाई कराकर लौटे तीन की हुई थी मौतबीते 5 दिसंबर को अखंडनगर थाना क्षेत्र के तहत मोकलपुर गांव के पास बोलेरो और ट्रेलर की भिड़ंत हो गई। हादसे में महमूद अली व शकील अहमद पुत्र अमीर अहमद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। वही बोलेरो चालक कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के कुम्हई हमजापुर निवासी लाल मोहम्मद की मौत हुई थी। तीन अन्य घायल हुए थे। यह सभी मऊ जिले के घोसी से बहू को विदा कराकर लाने गए थे।टोल के बावजूद नहीं रुक रहे हादसे।लोकार्पण के चौथे ही दिन एक की हुई थी मौतबता दें कि लोकार्पण के ठीक चौथे दिन (20 नवंबर) यहां एक्सप्रेस-वे के चैनेज (131.9) पर जयसिंहपुर के अकोढ़ी के पास डीसीएम अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा कर पलट गई थी। फतेहपुर के चौडिगरा निवासी चालक नीरज (22) की मौत हो गई थी व विजयनगर कानपुर निवासी उमाशंकर सोनकर घायल हुआ था। यह डीसीएम पर गोभी लादकर लखनऊ से आजमगढ़ की तरफ जा रहे थे।वही एक्सप्रेस वे के लोकार्पण से पूर्व 1 सितंबर को आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज बाजार निवासी अनूप कुमार (40), पत्नी स्मिता (34) व बेटा अपूर्व के साथ कार से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से होकर दिल्ली जा रहे थे। जब वो जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के परसड़ा गांव के समीप पहुंचे थे कि अचानक सामने से आ रही ट्रेलर से कार की भिड़ंत हो गई थी। कार चला रहे अनूप कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी, पत्नी स्मिता व बेटे अपूर्व घायल हुए थे।संकरे डिवाइडर भी बन रहे कारण।दिसंबर में मरीज की हो गई थी मौतइसी तरह 11 दिसंबर को बल्दीराय के महुली गांव के पास मरीज ले जा रही एंबुलेंस कार से टकराई थी। जिसमें अंबेडकर नगर निवासी मरीज विभा तिवारी (45) की मौत हुई थी और 3 अन्य घायल हुए थे। 22 दिसंबर को अखंडनगर के बेलवई के पास टैंकर व कार में टक्कर हुई। इसमें बिहार निवासी कनैहया (35) व अजय (23) की मौत हुई थी।16 फरवरी को किमी 124 पर कूरेभार के सेऊर के पास स्कार्पियो व स्कूल बस में टक्कर हुई थी। इस हादसे में 24 साल की एक युवती की जान गई तो दो लोग घायल हुए थे। 15 मई को किमी 142 पर जयसिंहपुर के मौकेडीह के पास पिकअप की टक्कर हुई थी इसमें सीतापुर निवासी चालक वसीम की मौत हुई थी।तेज गति भी है कारण।पलटी गाड़ियां टले हादसेबताते चले कि 8 जनवरी, 14 जनवरी, 16 जनवरी, 19 जनवरी, 20 जनवरी, 21 जनवरी, 24 जनवरी, 29 जनवरी को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर हादसे हुए। इसी तरह 17 फरवरी, 27 मार्च, 30 मार्च, 12 अप्रैल, 17 अप्रैल, 19 अप्रैल, 7 मई, 12 मई, 14 मई, 19 मई को भी डिवाइडर से वाहन टकराने की घटनाएं घटित हुई। जून में भी अब तक चार से पांच हादसे ऐसे ही सामने आ चुके हैं। इनमें कहीं पशुओं से टक्कर तो कहीं नींद और ओवर स्पीड कारण बने हैं।

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