
सैफ अली खान।
सैफ अली खान पर हमले के मामले में मुंबई पुलिस ने हाल ही में चार्जशीट दाखिल की थी। इसके अनुसार घटना के बाद सैफ के घर से लिए गए फिंगरप्रिंट में से कुछ आरोपी के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खा रहे थे। बांद्रा पुलिस ने इस चार्जशीट में दो फिंगरप्रिंट रिपोर्ट जोड़ी हैं। हालांकि तकनीकी आधार पर मानें तो पुलिस सूत्रों ने बताया कि कई फिंगरप्रिंट पहचाने जाने लायक भी नहीं थे। इसके अलावा चार्जशीट में एक और सीआईडी रिपोर्ट जोड़ी गई है, जिसमें यह भी कहा गया है कि इमारत की 8वीं मंजिल पर मिला एक बाएं हाथ का निशान आरोपी से मेल खाता है।
इन जगहों से मिले थे फिंगरप्रिंट
फिंगरप्रिंट रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 फिंगरप्रिंट में से सात पीछे के बाथरूम के दरवाजे से एक स्लाइडिंग बेडरूम के दरवाजे से और दो अलमारी के दरवाजे से लिए गए थे। ये प्रिंट शाहिद शब्बीर सैय्यद (संदिग्ध) और शरीफुल इस्लाम शहजाद (गिरफ्तार) की तुलना के लिए प्राप्त पर्चियों में से किसी भी फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते। चार्जशीट में संलग्न फिंगरप्रिंट रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उपरोक्त प्रिंट के साथ-साथ नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS) और ऑटोमेटेड मल्टी-मॉडल बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (AMBIS) पर भी जांचे गए हैं।
मेल नहीं खा रहे फिंगरप्रिंट
सभी NCRB नई दिल्ली और महाराष्ट्र के फिंगरप्रिंट ब्यूरो के रिकॉर्ड में पहले से गिरफ्तार या दोषी व्यक्ति के किसी भी फिंगरप्रिंट स्लिप से मेल नहीं खाते। यानी कि इस मामले में कई फिंगरप्रिंट ऐसे हैं जो रिज डिटेल का खुलासा नहीं करते हैं और इसलिए वे फिंगर प्रिंट जांच के लिए सही नहीं है। बता दें कि मुंबई पुलिस ने सोमवार को 16000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की, जिसमें इस साल 15 जनवरी को हुई घटना का विवरण दिया गया है। अभिनेता पर उनके बांद्रा स्थित घर में चाकू से कई बार वार किया गया था। लूट के इरादे से घर में घुसे आरोपियों ने अभिनेता पर हाथापाई की। बाद में, सैफ को 2:30 बजे मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया।
