सोयाबीन को तिलहन की फसल में रखा जाता है. सोयाबीन का रोज के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है. यह शरीर के पोषण एवं स्वास्थ्य हेतु सबसे लाभदायक फसल है और एक प्रमुख भोजन साम्रगी है. पशु फाइबर एवं प्रोटीन की तरह ये हमारे शरीर में पोषण के लिए एक अच्छा माध्यम हैं. कार्बोहाइडेंट की प्रचुर मात्रा शरीर के अन्दर विद्यमान अच्छे विषाणुओं के लिए लाभदायक होता है. सोयाबीन तेल में एसिड एक आवश्यक फैट एसिड होते हैं जो शरीर के लिए बहुउपयोगी होते हैं. इसके अलावा भी इसमें कुछ अन्य फायदेमंद तत्व होते हैं.
सोयाबीन के फायदे ( Soybean Benefits in Hindi)
सोयाबीन में प्रोटीन की अधिकता रहती है, पर सिर्फ प्रोटीन ही नहीं बल्कि इसमें कुछ आवश्यक तत्व भी हैं जो हमारे कार्यकलाप को उर्जावान बनाते हैं. सोयाबीन शरीर के खराब कोलेस्टोल को कम करती है और विषैले पदार्थों को अवशोषित कर उसे बाहर निकाल देती है. चुकिं खराब कोल्स्ट्रोल या वीडीएल शरीर के रक्त संचार में अवसाद की तरह विघ्न पैदा करती है और उसके बाद हृदयघात या अटैक आने की संभावना होती है. सोयाबीन के लगातार सेवन से इस तरह के खतरे की संभावना कम होती है औऱ शरीर की अन्य क्रियाएं भी सुचारु रूप से चलती है.सोयाबीन के तेल का सही उपयोग कर आप त्वचा की रक्षा कर सकते हैं. त्वचा पर मुहांसो का आना भी कम हो जाता है. स्कीन के रेशे को भी सोयाबीन से उर्जा मिलती है.कैल्शियम और आयरन से युक्त सोयाबीन स्त्रियों के लिए बहुत उपयोगी है. रजोवृत्ति के समय सोया रक्त में आयरन की कमी को पूरा करता है. इसमें दूध से भी ज्यादा आयरन होता है.पोस्ट मीनोपॉज के बाद स्त्रियों को कई तरह से शारिरीक समस्याओं से जुझना पड़ता है, नाइट्रोजन के अभाव में उनके शरीर से कैल्सियम की मात्रा कम हो जाती है और हड्डियों का कमजोर होना शुरू हो जाता है. नियमित सोयाबीन उत्पाद के सेवन से वे शरीर में कैल्सियम की मात्रा को बनाये रख सकती है.सोयाबीन उत्पादों में कई केमिकल उपस्थित होते है और इन केमिकलों के शरीर के लिए विभिन्न महत्व होते है. इनमें से फाइटोरसायन शरीर में कैंसरजनित विषाणुओं से प्रतिरक्षा करता है. खासकर महिलाओं को मीनोपॉज के बाद होने वाले स्तन कैंसर से.सोयाबीन में उपलब्ध फास्फोरस की मात्रा से कई प्रकार के मानसिक रोगों से निजात मिलता है. ये दिमागी दौरे के अवयवों को शांत रखता है. कई प्रकार के मानसिक अवसादों से मुक्त रखता है.सोयाबीन हाई ब्लड प्रेशर के लिए रामवाण है. नियमित सेवन से आपके शरीर में उच्च रक्त चाप काफी हद तक नियंत्रित रहता है.सोयाबीन में पाये जाने वाले घटक मैग्नेशियम के कारण आपको अनिद्रा से राहत मिलती है. रात भर की बेचैनी से, नींद न आने से आपके शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ता है.ऑस्टोपोरिसिस जैसे बीमारी अक्सर उम्र के एक खास पड़ाव पर होता है. इस समय शरीर को चुस्त रखना, हड्डियों की सही तरीके से देखभाल करना आवश्यक होता है. सोयाबीन के सही सेवन से हडिडयों को सही पोषण मिलता है औऱ अनावश्यक रोगों से भी छुटकारा मिलता है.सोयाबीन में उपस्थित अम्लीय तत्व बालों को काले रखने में सहायक होते है. इसके केमिकल से बाल काले करने के लिए डाई भी बनाया जाता है.

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