
अमन देवगन नहीं थे आजाद के लिए पहली पसंद
पिछले कुछ समय में बॉलीवुड में कई सारे स्टार किड्स की एंट्री हुई। शाहरुख खान की लाडली सुहाना खान से लेकर खुशी कपूर, इब्राहिम अली खान, जुनैद खान जैसे स्टारकिड्स ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की। मार्च 2024 में भी दो स्टारकिड्स ने बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री ली। मार्च में रिलीज हुई ‘आजाद’ अभिनेता अजय देवगन के भतीजे अमन देवगन और रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी ने बॉलीवुड डेब्यू किया। हालांकि, पहले इस फिल्म में कोई और ही एक्टर नजर आने वाला था। जी हां, राशा थडानी के साथ फिल्म में सिद्धार्थ निगम नजर आने वाले थे, लेकिन आखिरी मौके पर अमन देवगन की एंट्री हो गई और सिद्धार्थ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अब इस मामले में सिद्धार्थ निगम की मां ने खुलकर बात की है।
अजय देवगन के भांजे को मिला मौका
सिद्धार्थ निगम की मां विभा निगम ने इंस्टेंट बॉलीवुड के साथ बातचीत में खुलासा किया कि ‘आजाद’ के लिए सिद्धार्थ पहली पसंद थे लेकिन, बाद में उनकी जगह अजय देवगन के भतीजे अमन देवगन को दे दी गई। सिद्धार्थ की मां ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म और स्टार किड्स की वजह से इंडस्ट्री के बाहरी लोगों की एंट्री न होने और प्रतिभाशाली लोगों की भूमिकाएं खोने को लेकर कई बड़ी बाते कहीं।
खुद सिद्धार्थ को मीटिंग के लिए लेकर गई थीं विभा
सिद्धार्थ की मां ने आजाद में बेटे सिद्धार्थ के रिप्लेस होने पर कहा- ‘मैं खुद सिद्धार्थ को मीटिंग में ले गई थी। हमें पूरी स्क्रिप्ट सुनाई गई। मुझे स्क्रिप्ट पसंद आई थी और मैं खुश थी कि सिद्धार्थ को बॉलीवुड में एक मजबूत लॉन्च मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने इसके लिए एक साल तक का इंतजार करना होगा। लेकिन, अचानक दो साल बाद सिद्धार्थ ने मुझे फिल्म का पोस्टर दिखाया और कहा-मां यह रिलीज हो गया और फिल्म में इन लोगों को जगह मिली है। तब मुझे पता चला कि चला कि फिल्म में अजय देवगन के भतीजे और रवीना टंडन की बेटी राशा लीड रोल में नजर आने वाले हैं।’
एक साल इंतजार किया
सिद्धार्थ की मां ने आगे कहा कि, ‘आजाद का पोस्टर देखकर मुझे बहुत बुरा लगा। जब लाइफ में ऐसी चीजें होती हैं तो एक मां के तौर पर बहुत दिक्कत और दुख होता है। उस दिन मुझे यह एहसास हुआ कि यह सिर्फ इस वजह से हुआ क्योंकि वो दोनों ही स्टार किड्स हैं। हमने पूरे एक साल इंतजार किया और फिर टीजर देखा। इस बारे में मुझसे सिद्धार्थ ने कहा कि इसमें किसी का दोष नहीं है। यह एक बिजनेस है इसलिए उनसे इसके बारे में पूछने का भी कोई मतलब नहीं बनता कि आखिर क्यों किया।’ हालांकि, सिद्धार्थ की मां का कहना है कि यह एक व्यक्तिगत दर्द और एहसास है।

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