स्टूडेंट्स की अजीबोगरीब हेयर स्टाइल बनी मुसीबत, स्कूल प्रबंधन ने बुलाई नाई और सैलून मालिकों की मीटिंग, गुज़ारिश ‘हमारे छात्रों का ऐसा हेयरकट न करें’
Unusual Student Hairstyles Spark Issue in Purulia School : अब तक आपने स्कूलों में बच्चों की शरारतों के कई किस्से सुने होंगे। पढ़ाई या अनुशासन को लेकर स्कूल की सख्ती भी देखी होगी और कई बार इस कारण नोटिस जारी होते भी। लेकिन क्या आपने कभी ये देखा-सुना है कि स्टूडेंट्स की हेयर स्टाइल स्कूल की परेशानी का कारण बन गई हो। आज हम आपको इस अजीबोग़रीब मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सामने आया है पश्चिम बंगाल से।
जिस स्कूल की बात हो रही है वो स्थित है पुरुलिया जिले में और ये यहां का माना हुआ स्कूल है। लगभग 3100 छात्र संख्या वाले इस स्कूल के स्टूडेंट्स स्टेट बोर्ड रैंकिंग में टॉप 20 में आते हैं और पिछले साल ही दसवीं बोर्ड में दो छात्रों ने राज्य में 12वीं और 14वीं रैंक हासिल की थी। ये यहां के सबसे बड़े स्कूलों में से एक है और इसका रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है।
क्या है मामला ?
जिस समस्या की बात हो रही है, उसे लगभग सात महीने पहले पुरुलिया में इस स्कूल के टीचर्स ने नोटिस किया। उन्होंने पाया कि उनके कई विद्यार्थी सेलिब्रिटीज के हेयर स्टाइल की नकल कर रहे हैं। क्रिकेटरों से लेकर फुटबॉलर्स की हेयरस्टाइल इन छात्रों के बीच जैसे लेटेस्ट ट्रेंड बन गया हो। और ये भी कोई आठ दस या बीस छात्रों के बीच नहीं, बल्कि काफी बड़ी तादाद में। पहले तो सीनियर क्लास के स्टूडेंट्स के बीच ये नया फैशन चला और धीरे धीरे जूनियर क्लास तक फैल गया। टीचर्स ने शुरुआत में ऐसे छात्रों को क्लास से बाहर निकलने की सज़ा दी। कोई असर न होने पर उन्हें दो बार नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला।
School Teachers ने बुलाई नाई और सैलून मालिकों की मीटिंग
आख़िरकार स्कूल प्रबंधन ने इन छात्रों के पैरेंट्स से बात की। इसपर भी सिलसिला जारी रहा तो स्कूल ने समस्या का हल निकालने के लिए एक अभियान चलाने पर विचार किया। ये अभियान था स्थानीय नाई, हेयर ड्रेसर और सैलून के मालिकों से बात करने का। उन्होंने इन सबकी एक साझा मीटिंग बुलाई और कहा कि उनके स्कूल की बेहद प्रतिष्ठा है और इस तरह के अजीबोगरीब हेयर स्टाइल अनुशासन के खिलाफ़ है। इसी के साथ उनसे आग्रह किया गया कि अगर कोई छात्र उनसे ऐसा हेयरकट करने की माँग करे तो वे मना कर दें। ये भी कहा गया कि भले ही छात्र अपने अभिभावकों के साथ आया हो, लेकिन अगर वो कुछ अतरंगी हेयरकट कराने को बोले तो नाई या सैलून वाले उनके सामने इनकार कर दें। स्कूल के इस अनुरोध को नाई और सैलून वालों ने मान भी लिया है लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि अगर स्टूडेंट किसी और इलाके से ऐसा हेयरकट कराकर आते हैं तो पुरुलिया सैलून ओनर्स एसोसिएशन की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

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