हिमाचल प्रदेश में मॉनसून कहर बरपा रहा है। जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित हो गया है। राजधानी शिमला में भूस्खलन की बड़ी घटना सामने आई है। यहां फोरलेन के लिए बन रही टनल का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। मंगलवार सुबह हुए इस हादसे में किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है। घटना के समय टनल के भीतर कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। इस हादसे को किसी ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि टनल के मुहाने पर मलबा गिरता है और पलक झपकते ही तेज आवाज के साथ धूल की गुबार उठती है।
रात से ही टनल पर गिर रहा था मलबा
शिमला के चलौंठी में 450 मीटर लंबी टनल का काम चल रहा है है। बीती रात इस निर्माणाधीन टनल पर पत्थर व मलबा गिरना शुरू हो गया था। इसके बाद टनल में काम कर रहे सभी कर्मचारियों और मशीनरी को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया था।
दरअसल, निर्माणाधीन टनल के मुहाने पर भारी भूस्खलन हुआ है। बड़ी मात्रा में मलबा टनल के मुहाने पर गिर गया। इससे टनल का मुहाना भरभराकर गिर गया। हाल ही में एनएचएआई ने पहाड़ी की स्टेबलाइजेशन का काम किया था। भूस्खलन से ढली जंक्शन के पास एनएच को भी खतरा हो गया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मौके से लगातार पत्थर गिर रहे हैं।
वहीं एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अचल जिंदल ने बताया कि तेज बारिश की वजह से टनल के पोर्टल पर भूस्खलन से ये घटना पेश आई। इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। राहत कार्यों के लिए टीमें मौके पर तैनात हैं और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की जा रही है। इस घटना के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
शिमला-चंडीगढ़ फोरलेन के तहत बन रही है टनल
कालका-शिमला फोरलेन प्रोजेक्ट के अंतर्गत इस टनल का निर्माण हो रहा है। चलौंठी से बनाई जा रही 450 मीटर लंबी सुरंग ढली बाईपास सड़क और ढली-कैथलीघाट सड़क को फोरलेन से जोड़ेगी। भट्ठाकुफर से भी एक टनल भट्ठाकुफर में चमयाना के पास बनेगी जो लंबीधार गांव में संजौली के दूसरी ओर बाहर निकलेगी।
बड़ी तादाद में मजदूर और मशीनें निर्माण कार्य में लगे हैं। लंबीधार में पहले भट्ठाकुफर-लंबीधार सड़क के निर्माण के लिए संजौली की पहाड़ी के दोनों तरफ कटिंग और स्टेबलाइजेशन का कार्य किया गया। 2026 तक ढली से कैथलीघाट तक फोरलेन का काम पूरा करने का लक्ष्य है।
तीन चरणों में बना रहा कालका-शिमला फोरलेन
कालका से शिमला तक इस प्रोजेक्ट का तीन चरणों में कार्य हो रहा है और तीसरे चरण में कैथलीघाट से ढली-मशोबरा जंक्शन तक निर्माण किया जा रहा है। इस तीसरे चरण का निर्माण कार्य दो पैकेट में किया जा रहा है। पहले चरण में कैथलीघाट से शकराल तक 1,844 करोड़ की लागत से 17.5 किलोमीटर फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 20 पुल, दो सुरंग, एक अंडरपास, 53 क्लवर्ट, एक प्रमुख जंक्शन, दो अल्प जंक्शन, एक टोल प्लाजा बनाने का कार्य चला हुआ है। दूसरे चरण में शकराला से ढली-मशोबरा जंक्शन तक 11 किलोमीटर फोरलेन का निर्माण 2,070 करोड़ रुपये से किया जा रहा है। इसमें तीन सुरंगें और सात पुल बनेंगे।
रिपोर्ट- यूके शर्मा

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