हिमाचल में बादल फटे:भारी बारिश से पंजाब में नदी-नाले उफान पर, फिरोजपुर में तटबंध टूटा, 11 जिलों में अलर्ट – Rivers And Drains Are In Spate Due To Heavy Rains In Punjab

शनिवार को जालंधर में मानसून की बारिश के बीच सब्जी मंडी में जलभराव हो गया
– फोटो : PTI
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हिमाचल प्रदेश कुल्लू व शिमला में बादल फटने और पंजाब के ज्यादातर जिलों में शुक्रवार रात और शनिवार को दिन में हुई भारी बारिश के बाद राज्य की प्रमुख नदियां सतलुज, रावी, ब्यास के साथ घग्गर और उज्ज दरिया उफान पर हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों के कई गांवों में पानी घुस गया है। 11 जिलों में अलर्ट घोषित किया गया है। फिरोजपुर में सतलुज का तटबंध टूटने से कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
मानसा और संगरूर में घग्गर का पानी घरों में घुस गया है। भाखड़ा बांध में जलस्तर 1651 के पार हो गया है, यह फ्लड गेट लेवल से 6 फीट अधिक है, लेकिन खतरे से जलस्तर 29 फीट नीचे है। पौंग बांध से भी 39,286 क्यूसिक पानी शाह नहर बैराज में छोड़ा गया है। घग्गर में जलस्तर बढ़ने के बाद पटियाला के राजपुरा, घन्नौर व दूधनसाधां के नजदीकी गांवों को अलर्ट किया गया है।
पटियाला सब डिवीजन के गांवों ससी व ससा के लोगों भी सचेत कर दिया गया है। गांव भांखरपुर के पास घग्गर दरिया का जलस्तर 9.5 फुट पहुंच गया, जो खतरे के निशान से मात्र 0.5 फुट नीचे है। संगरूर में घग्गर नदी नदी का पानी घरों और खेतों में घुस गया है। पठानकोट में दुनेरा-डलहौजी मार्ग बहाल नहीं हुआ है।
वहीं, 24 घंटों में पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में हुई बारिश के कारण हथिनीकुंड बैराज में जल स्तर में शनिवार को तेजी से वृद्धि हो गई हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह दर शनिवार सुबह 8 बजे 87,177 क्यूसेक से बढ़कर दोपहर 12 बजे 2,40,832 क्यूसेक हो गया।
पिछले 24 घंटों में अंबाला में 14.4 मिमी, रोहतक में 14.2 मिमी, कुरुक्षेत्र में 12 मिमी और पंचकूला में सबसे अधिक 71.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, पंजाब में अमृतसर में सबसे अधिक 117.6 मिमी, पठानकोट में 3.1 एमएम, गुरदासपुर में 32.8, एसबीएस नगर में 1.5, फिरोजपुर में 74.0, फतेहगढ़ साहिब में 25.5, जालंधर में 54.5, मोगा में 45.5, मोहाली में 4.0 एमएम की बारिश दर्ज की गई।
उधर, हिमाचल प्रदेश में शनिवार को शिमला के रोहड़ू और कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में बादल फटने से भारी तबाही हुई। रोहड़ू में कलोटी खड्ड में बादल फटने से चिड़गांव तहसील के लैला में दादा-दादी और पोता ढाबे समेत बह गए। जगोटी गांव के रोशन लाल पत्नी भागा देवी के साथ ढाबा चलाते थे। शुक्रवार रात को उनका पोता कार्तिक भी उनके साथ था। रोशन लाल का शव बरामद कर लिया गया है।
वहीं, शिमला के कोटखाई उपमंडल की बागडुमैहर पंचायत के पुजाली गांव में शुक्रवार देर रात भूस्खलन के बाद मलबा दीवार को तोड़कर शेड में घुसने से नेपाली दंपती की माैत हो गई। सुबह ग्रामीणों ने मलबे में दबे भीम बहादुर (55) और उनकी पत्नी शीला देवी (60) के शव निकाले।
कुल्लू में 30 घर खाली करवाए, कालका-शिमला मार्ग पर ट्रैफिक वनवे, गगल व कुल्लू में उड़ानें बंद
कुल्लू की गड़सा घाटी में भलाण-1 पंचायत में बादल फटने से नाले में आई बाढ़ से प्रशासन ने 30 घर खाली करवाए। प्रदेश में शनिवार को 696 सड़कें, 1,450 बिजली के ट्रांसफार्मर, 393 पानी की स्कीमें अभी भी ठप हैं। कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर बार-बार भूस्खलन के चलते यातायात वनवे किया गया है। शिमला-किन्नौर और नाहन-शिमला एनएच भी बंद है। बारिश के चलते गगल और कुल्लू हवाईअड्डे पर उड़ानें नहीं हो सकीं। प्रदेश में अब तक 5077 करोड़ के नुकसान की रिपोर्ट आ चुकी है। कुछ जिलों के नुकसान की पूरी रिपोर्ट आनी बाकी है। भारी बारिश के चलते सिरमौर जिले की रेणुका झील के पानी का स्तर पांच फीट तक बढ़ कर साथ लगती दुकानों व आश्रमों में घुस गया है।
तलवाड़ा में स्कूल से 55 विद्यार्थियों को सुरक्षित निकाला, जालंधर में भी बच्चे बचाएतलवाड़ा/जालंधर। हाजीपुर के करीबी गांव नंगल बिहाला के एक प्राइमरी स्कूल में तकरीबन 5 फीट से अधिक के करीब पानी भर गया। इस दौरान स्कूल में 55 के करीब छोटे विद्यार्थी मौजूद थे। बारिश का पानी स्कूल के कमरों में घुस गया। स्टाफ और आसपास के लोगों की मदद से बच्चोें को सुरक्षित निकाला गया। फोकल प्वाइंट के पास बच्चे भारी बारिश के कारण फंस गए। उन्हें बड़ी मुश्किल से निकाला गया।
दो दिन पंजाब के कुछ हिस्सों में होगी बारिश
मौसम विभाग ने रविवार व सोमवार के लिए पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका जताई है। 25 व 26 जून को पंजाब के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। विभाग के मुताबिक अगले पांच दिन पंजाब में कुछ जगहों पर तेज गरज व चमक भी देखने को मिल सकती है। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी तीन दिन तक हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
पंजाब के 19 जिलों के 1457 गांव अभी भी बाढ़ की चपेट में
पंजाब में हो रही बारिश से 19 जिलों के 1457 गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित है। सरकार के विभिन्न विभागों की टीमें लगातार लोगोंं को इस आफत से छुटकारा दिलाने में जुटी हुई है। अब तक 27221 लोगों को बाढ़ प्रभावित निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कुल 170 राहत शिविरों में 4909 लोग रह हैं। बाढ़ से अब तक 40 लोगों की जान गई है, जबकि पंद्रह लोग घायल हुए है। बाढ़ प्रभावित एरिया में सूखे भोजन के पैकेट वितरित किए जा रहे है। अब तक रूपनगर में 22896, पटियाला में 64000, मोहाली में 4800, एसबीएस नगर में 5700 और फतेहगढ़ साहिब में 2200 सूखे भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं। वर्तमान में तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर, कपूरथला, पटियाला, मोगा, लुधियाना, एसएएस नगर, जालंधर, संगरूर, एसबीएस नगर, फाजिल्का, गुरदासपुर, मनसा, बठिंडा और पठानकोट बाढ़ की चपेट में है। कुल 2252 पशुओं का उपचार एवं 4016 पशुओं का टीकाकरण किया गया। विभाग की बचाव टीमें जरूरतमंद जानवरों को उपचार, चारा, चारा और साइलेज उपलब्ध कराने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। प्रभावित जिलों में विशेष बाढ़ राहत शिविर भी लगाए जा रहे हैं। 463 रैपिड रिस्पांस टीमें (आरआरटी) बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित इलाकों में 244 मेडिकल कैंप लगाए हैं और ओपीडी की कुल संख्या 6900 है।

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