हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी Niva Bupa भी लाएगी आईपीओ, सेबी के पास फाइल किया ड्राफ्ट, इतने करोड़ का होगा इश्यू
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड भी अपना आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लाएगी। कंपनी ने आईपीओ के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है। मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक, प्रॉस्पेक्टस में 800 करोड़ रुपये का नया निर्गम और इसके मौजूदा शेयरधारकों और प्रमोटरों द्वारा 2,200 करोड़ रुपये तक की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है।
कंपनी का ज्यादातर स्वामित्व बूपा के पास
खबर के मुताबिक, कंपनी का ज्यादातर स्वामित्व ब्रिटिश यूनाइटेड प्रोविडेंट फंड (बूपा) के पास है। ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) में बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स पीटीई द्वारा 320 करोड़ रुपये तक के शेयर और फेटल टोन एलएलपी द्वारा 1,880 करोड़ रुपये के शेयर शामिल हैं। मौजूदा समय में, बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स के पास 62.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि फेटल टोन एलएलपी के पास फर्म में 27.86 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, मॉर्गन स्टेनली इंडिया, कोटक इन्वेस्टमेंट कैपिटल, एक्सिस कैपिटल और एचडीएफसी बैंक इस निर्गम के प्रमुख मैनैजर हैं।
कंपनी जुटाई राशि का कहां करेगी इस्तेमाल
रिपोर्ट में कहा गया है कि बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने कहा कि 625 करोड़ रुपये के नए निर्गम से हासिल इनकम का इस्तेमाल सॉल्वेंसी लेवल को मजबूत करने के लिए पूंजी आधार बढ़ाने के लिए किया जाएगा। बीमाकर्ता का लक्ष्य भारत का पसंदीदा स्वास्थ्य बीमा प्लेटफ़ॉर्म बनना है, जो ‘निवाबूपा हेल्थ’ ऐप और वेबसाइट के जरिये एक व्यापक ईकोसिस्टम प्रदान करता है। 31 मार्च, 2024 तक 14.73 मिलियन सक्रिय बीमित व्यक्तियों के साथ, इसका सकल लिखित प्रीमियम एक साल पहले 4073.03 करोड़ रुपये से बढ़कर 5607.57 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी का प्रीमियम कलेक्शन रहा शानदार
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024 के लिए, प्रीमियम कलेक्शन एक साल पहले 2662.75 करोड़ रुपये की तुलना में 3811.25 करोड़ रुपये रहा। मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक, वित्त वर्ष के लिए कुल इनकम एक साल पहले के 2859.24 करोड़ रुपये की तुलना में 4118.63 करोड़ रुपये रही। वर्ष के लिए नेट प्रॉफिट 81.85 करोड़ रुपये रहा। फर्म ने वित्त वर्ष 2024 में 2249.54 करोड़ रुपये के दावे किए, जबकि पिछले साल यह 1439.31 करोड़ रुपये था। पिछले साल के 54.05 प्रतिशत से दावों का अनुपात 59.02 प्रतिशत रहा।

Comments are closed.