
ईशान किशन और काव्या मारन
हैदराबाद की टीम एक और मुकाबला हार गई है। हालांकि इस हार के बाद भी टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर तो नहीं हुई है, लेकिन अब वहां तक जाने की उसकी संभावना नगण्य यानी ना के बराबर रह गई है। यहां से टीम एक और मैच हारी तो फिर उसकी भी कहानी खत्म हो जाएगी। इससे पहले चेन्नई और राजस्थान तो प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो ही चुकी हैं। इस हार के लिए एक बार फिर वही खिलाड़ी जिम्मेदार है, जिसने पहले ही मैच में जलवा दिखाया, लेकिन इसके बाद लगातार घटिया प्रदर्शन जारी है। हम बात कर रहे हैं ईशान किशन की, जो इस बार के लिए फिर से टीम के सबसे बड़े विलेन गए हैं। जो भरोसा काव्या मारन से उन पर दिखाया था, उसे किशन ने तार तार करके रख दिया है।
ईशान ने खेली 17 बॉल पर 13 रन की छोटी सी पारी
हैदराबाद की टीम अब इस आईपीएल में 10 मुकाबले खेल चुकी है और उसे जीत नसीब हुई है, केवल तीन ही मुकाबलों में। यानी टीम कुल मिलाकर सात मैच हार चुकी है। टीम के पास केवल छह अंक हैं और यहां से आगे जाने की संभावना काफी कम है। इस बीच ईशन किशन फिर से फ्लॉप साबित हुए। उन्होंने 17 बॉल पर 13 रन की एक छोटी सी पारी खेली और पवेलियन रवाना हो गए। इस 13 रन की पारी में उन्होंने एक भी चौका या छक्का नहीं लगाया। जबकि टीम के सामने 200 से ज्यादा रनों का टारगेट था। ऐसे में 17 गेंदें एक तरह से किशन ने बर्बाद ही हैं। जब वे बल्लेबाजी के लिए आए तो स्कोर 49 रन था और आउट होते वक्त केवल 82 रन। इससे समझा जा सकता है कि ईशान का योगदान क्या रहा।
अब तक केवल 183 रन ही बना सके हैं किशन
ईशान किशन ने इस साल के आईपीएल में अब तक 10 मुकाबले खेलकर केवल 183 रन बनाए हैं। उनका औसत 26.14 का है और वे 153.78 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने पहले ही मैच में एक शतक लगाया था, जो राजस्थान के खिलाफ आया था, इसके बाद 9 मैच खेलकर उनके नाम कोई अर्धशतक तक नहीं है। काव्या मारन ने ईशान किशन पर काफी ज्यादा भरोसा जताया था। उनके लिए काव्या ने अपने पर्स से 11.25 करोड़ रुपये की मोटी रकम खर्च कर दी, लेकिन उनके भरोसे को ईशान ने पूरी तरह से तार तार करने का काम किया है।
अब तक 6 बार सिंगल डिजिट पर आउट हो चुके हैं ईशान
पहले मैच में ईशान ने शानदार 106 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इसके बाद से अब तक वे 6 बार सिंगल डिजिट के स्कोर पर आउट हो चुके हैं। शतक के बाद उनका सबसे बड़ा स्कोर 44 रन का था, जो उन्होंने चेन्नई के खिलाफ बनाए थे। इसके अलावा उनका कोई भी स्कोर नहीं आया है। टीम भले ही अभी बाहर ना हुई हो, लेकिन इससे ज्यादा दूर भी नहीं है। ऐसे में टीम की इन हारों में वैसे तो सभी का योगदान है, लेकिन सबसे ज्यादा बड़े विलेन ईशान किशन ही हैं, क्योंकि उन्हीं पर सबसे ज्यादा भरोसा भी जताया गया था। अब बचे हुए चार मैचों में कैसा प्रदर्शन ईशान और टीम का रहता है, ये देखना काफी दिलचस्प होगा।

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