डूंगरपुर: कृषि विभाग ने जिले में 1 लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य रखा है, जिसमें 70 हजार हेक्टेयर में मक्का की बुवाई का अनुमान है।डूंगरपुर जिले में 20 जून के बाद मानसून की दस्तक हो जाती है। ऐसे में मानसून आने से पहले कृषि विभाग ने खरीफ की फसल की बुवाई को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार डूंगरपुर कृषि विभाग ने जिले में 1 लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य रखा है। खरीफ की फसल के लिए किसानों को समय पर यूरिया खाद, डीएपी उपलब्ध कराने के लिए भी विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है।कृषि विभाग के उप निदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि डूंगरपुर जिले में 20 जून के आसपास मानसून सक्रिय होने का अनुमान है। विभाग ने इस बार खरीफ की फसल के लिए 1 लाख 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का लक्ष्य रखा है। जिले में खरीफ के तहत प्रमुख रूप से मक्का की फसल की जाती है, ऐसे में सर्वाधिक 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का की फसल की बुवाई का अनुमान है। इसके अलावा 40 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, 15 हेक्टेयर में उड़द, 15 हेक्टेयर में धान और 5 हेक्टेयर क्षेत्र में छोटे धान की बुवाई का लक्ष्य है।गौरीशंकर कटारा ने बताया कि हर बार सीजन में यूरिया खाद और डीएपी की खेप समय पर नहीं आने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए इस बार कृषि विभाग की ओर से अभी से यूरिया खाद और डीएपी की सप्लाई के लिए उच्चाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है, ताकि समय पर यूरिया और डीएपी की सप्लाई पहुंच सके। कटारा ने बताया कि जिले में खरीफ की फसल के लिए 800 से 1000 मीट्रिक टन डीएपी और 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की जरुरत पड़ेगी, जिसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

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