चंदौली:,चंदौली जिले में कुपोषित बच्चों को स्वस्थ्य रखने के लिए बाल विकास पुष्टाहार विभाग(आईसीडीएस) के द्वारा अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान जिले के 1.93 लाख बच्चों की निगरानी करने का लक्ष्य रखा गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों की नाप, तौल और लक्षण के आधार पर ग्रोथ चार्ट तैयार करेंगी। ताकि कुपोषित बच्चों को चिन्हित करके उन्हे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सकें।जिजा कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) जया त्रिपाठी ने बताया कि कुपोषण से निपटने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दी गई है। आंगनबाड़ी केंद्र पर आ रहे व गृहभ्रमण कर बच्चों का एक चार्ट बनाकर निगरानी की जाएगी। चार्ट के माध्यम से कुपोषित बच्चों को अधिक पौष्टिक आहार दिए जाएंगे। इसके कुछ दिन बाद यह भी देखा जा रहा है, कि बच्चे के स्वास्थ्य में कितना सुधार हुआ।बच्चों में हो रहे सुधार पर रखी जाएगी नजर।पिछले वर्ष मिले 5586 बच्चें चिन्हित हुएउन्होने बताया कि वर्ष 2021 में 5586 बच्चे चिन्हित हुए। जिन्हे लगातार पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया गया। जो आज बिल्कुल स्वस्थ्य है। बरहनी के सीडीपीओ राम प्रकाश मौर्या ने बताया कि बच्चे के विकास के लिए पौष्टिक आहार बहुत ही महत्वपूर्ण है। खासकर गर्भावस्था से लेकर प्रसव और उसके दो साल तक पौष्टिक खुराक जरुरी है। बताया कि जन्म के छह माह तक बच्चें को केवल स्तनपान और उसके बाद स्तनपान के साथ बच्चे को पौष्टिक आहार ही देना चाहिए। इसमें विटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार जरुर शामिल करें। फिरहाल अभियान चलाकर बच्चों को चिन्हित करने की प्रक्रिया काफी तेजी से चल रही है।

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