चंडीगढ़: ईरान में किडनैप किए फ्रूट कारोबारी मनजिंदर सिद्धू वीडियो में आपबीती बताते हुए।कारोबार के सिलसिले में दोहा कतर से ईरान गए पंजाबी फ्रूट कारोबारी को किडनैप कर लिया गया। किडनैपरों को 10 लाख की फिरौती दी। इसके बाद उनके चंगुल से छूटकर किसी तरह तेहरान पहुंचे। वहां इंडियन एंबेसी ने वापस दोहा भेजने के लिए कोई मदद नहीं की। पंजाब के मोगा के रहने वाले कारोबारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की अपील की है। उनके परिवार ने भी PM को लेटर लिखकर मदद की गुहार लगाई है।इंडियन एंबेसी को भेजी गई ई-मेल दिखाते मनजिंदर संधू।कंटेनर लेने दोहा कतर से ईरान गया था कारोबारीमोगा के दौधर गांव के रहने वाले मनजिंदर सिद्धू दोहा कतर में फ्रूट कारोबार करते हैं। संधू ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वह तरबूज के कंटेनर लेने के लिए ईरान गए थे। जब 22 मार्च को वह सराज सिटी पहुंचे। 28 अप्रैल को डेलगन काउंटी पहुंचे तो वहां अज्ञात किडनैपरों ने उन्हें किडनैप कर लिया। उनका पासपोर्ट, मोबाइल, 3 हजार यूरो छीन लिए गए। उन्हें टॉर्चर किया गया।किडनैपरों ने 10 लाख फिरौती वसूलीकिडनैपरों ने सिद्धू को छोड़ने के बदले 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। दुबई में ही कारपेंटर की नौकरी करने वाले सिद्धू के भाई जसविंदर सिंह इतने रुपए देने में असमर्थ था। किडनैपरों से बातचीत के बाद वह 10 लाख रुपए में सिद्धू को छोड़ने पर राजी हो गए। सिद्धू की बहन संदीप कौर ने अपनी ज्वेलरी बेची और किसी तरह हवाला के जरिए दुबई में फिरौती दी गई। इसके बावजूद किडनैपरों ने सिद्धू को नहीं छोड़ा। 24 मई को सिद्धू किसी तरह से बिना रुपयों के किडनैपरों के चंगुल से छूटकर भाग निकला। इसके बाद वह पहाड़ों और नदी से गुजरते हुए तेहरान आ गया। रास्ते में उसने कई लोगों से लिफ्ट ली।तेहरान की इंडियन एंबेसी में अच्छा बर्ताव नहीं हुआ, PM मदद करेंसिद्धू ने कहा कि जब वह तेहरान की इंडियन एंबेसी में गया तो उसके साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया गया। उन्हें वापस दोहा भेजने के लिए 1 लाख रुपए मांगे गए। वह इतने रुपए देने में समर्थ नहीं हैं। सिद्धू की मां बलविंदर कौर ने कहा कि तेहरान में इंडियन एंबेसडर ने न तो उनके बेटे से बात की और न ही मुलाकात की। उन्होंने पीएम से अपील की कि उनके बेटे की मदद की जाए। ईरान और UAE की अथॉरिटीज से बात कर इंटरपोल के जरिए किडनैपिंग केस को हल कराया जाए।

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