अमृतसर: लक्ष्मीकांता चावला बड़ा हनुमान मंदिर में माथा टेकने के बाद दुर्ग्याणा मंदिर की तरफ आते हुए।पंजाब के अमृतसर में दुर्ग्याणा तीर्थ कमेटी में पहली बार बैलेट पेपर से हुए चुनावों में पहली महिला प्रधान प्रो. लक्ष्मीकांता चावला के रूप में मिल गई हैं। प्रो. चावला ने 495 हासिल किए, जबकि उनके सामने खड़े रमेश शर्मा को 350 वोट हासिल हुए। प्रोफेसर से राजनेता बनी और अब राजनेता से प्रो. चावला धार्मिक नेता बन गई हैं। प्रो. चावला का कहना है कि उन्हें दुर्ग्याणा तीर्थ की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए रोजाना 12 से 16 घंटे काम करना होगा।महसचिव बने अरुण खन्ना को फूल पहना सम्मानित करते हुए समर्थक।वहीं जनरल सेक्रेटरी के पद पर चुने गए अरुण खन्ना ने 606 वोट हासिल किए और उनके ऑपोजीशन में खड़े राजीव जोशी को 259 वोट डले। इन चुनावों में अनिल शर्मा मैनेजर पद पर 380 वोट हासिल करके सुरिंदर गोगा से 170 वोटों से जीत गए। इसी तरह कोषाध्यक्ष पद पर विमल अरोड़ा ने 466 वोटें हासिल की और वे शरद सेखड़ी से 239 वोटों से जीत गए। चुनावों में जीत हासिल करने के बाद सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों ने दुर्ग्याणा तीर्थ में माथा टेका।कोषाध्यक्ष चुने गए विमल अरोड़ा जीत के बाद जय श्री राम के नारे लगाते हुए।रमेश शर्मा के सामने कोई कागज भरने को तैयार नहीं थाप्रो. चावला ने बताया कि उनकी यह जीत उनके संगठन व सभी पार्टियों के कार्यकर्ताओं के सहयोग से संभव हो पाई है। पूर्व प्रधान रमेश शर्मा के सामने कोई चुनाव लड़ने को तैयार नहीं था। उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि आज जीत नहीं, पेपर भरने के बाद से ही उनके सामने आ रहा था कि दुर्ग्याणा में क्या-क्या सुधार लाने हैं। दुर्ग्याणा तीर्थ को सुधारने के लिए 12 से 18 घंटे रोज काम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वह यहां पिछले सदस्यों की कमियां नहीं गिनाएंगी, बल्कि सभी को साथ लेकर दुर्ग्याणा के काम को सुधारने का प्रयास करेंगी।मैनेजर बने अनिल शर्मा को तो लोगों ने कंधों पर उठा लिया।865 सदस्यों ने किया मत का प्रयोगदुर्ग्याणा कमेटी से मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर के 1530 सदस्य हैं, जिनमें 250 की डेथ हो चुकी और 150 के करीब दूसरे राज्यों व विदेश में बसे हैं। 1100 के करीब सदस्यों के वोट डालने का अनुमान था। लेकिन रविवार शाम 5 बजे तक 865 सदस्यों ने अपने मत का प्रयोग किया।छुटपुट झड़प के बाद शांतिपूर्वक रहे चुनावदुर्ग्याणा कमेटी के रविवार हुए चुनाव शांतिपूर्वक रहे। शुरुआत में बैलेट पेपर बाहर आने पर दोनों गुटों में मनमुटाव हुआ। लेकिन पुलिस के पहुंचने और पदाधिकारियों व उम्मीदवारों की बैठक के बाद चुनाव शुरू हो गए। इस पूरे घटनाक्रम के कारण चुनाव 1 घंटे की देरी से शुरू हुए, लेकिन उसके बाद शाम 5 बजे तक शांतिपूर्वक चुनाव प्रक्रिया चलती रही।विजेताओं को दी शुभकामनाएंदुर्ग्याणा तीर्थ कमेटी के चुनाव खत्म होने के बाद सिर्फ सदस्यों ही नहीं, अन्य शहरवासियों ने भी नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। सभी पदाधिकारियों को समर्थकों ने फूल मालाएं डाल शुभकामनाएं दी। इसके बाद सभी पदाधिकारी मंदिर में पहुंचे और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।

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