धार: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीनों चरणों का मतदान पूरा होने के बाद भी जिपं सदस्यों के चुनाव को लेकर अभी पूरी तरीके से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। जिले की चार सीटों पर दोनों ही राजनैतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा करते हुए जीत के वोटों का गणित भी बता रहे हैं। साथ ही सामने वाले प्रत्याशी की हार के आंकडे भी प्रस्तुत कर रहे हैं, ऐसे में अब जिले की राजनीति इन चार सीटों पर हो रही जीत-हार पर आकर रुक चुकी है।अगर चार में से तीन भाजपा पार्टी के प्रत्याशी जीतते हैं, तो सीधे तौर पर अध्यक्ष पद पर काबिज हो जाएगी। वहीं अगर कांग्रेस चारों सीटों पर जीत भी गई, फिर भी उसे दो निर्दलीयों का साथ लेना पडेगा। जिसके बाद भी अध्यक्ष पद पर काबिज हो पाएगी। अब निर्वाचन आयोग द्वारा होने वाली घोषणा के दिन तक रुकना होगा, जिसके बाद ही दोनों पाटियों को प्रत्याशियों की जीत को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी।सिंघार फिर सबपर भारीवर्तमान में कांग्रेस के जिले में गंधवानी, कुक्षी, मनावर व धरमपुरी में विधायक है। मनावर में बूरी तरह से हारने के बावजूद गंधवानी में विधायक उमंग सिंघार ने बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया है। यहां पर जिपं के चार में से कुल 3 वार्ड में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार पहले नंबर पर रहे है।ऐसे में सिंघार ने एकबार फिर अपने अकेले दमपर यह साबित कर दिया कि उनकी विधानसभा में कांग्रेस की पकड मजबूत बनी हुई है। वहीं कुक्षी में दो भाजपा व दो कांग्रेस उम्मीदवार तथा धरमपुरी में अभी तक एक भाजपा व एक निर्दलीय, एक कांग्रेस व एक सीट के परिणाम की स्थिति स्पष्ट नहीं है। मनावर विधानसभा में शिवराम कन्नौज 21 हजार वोटों से जीत की बात कह रहे हैं, जो अब तक की सबसे बडी जीत बताई जा रही है।इन सीटों पर बनी हुई उलझनजिपं सदस्यों के जिले में कुल 28 वार्ड हैं, जिसमें से वार्ड नंबर 9 पर भाजपा के राकेश चौहान व कांग्रेस के शंकर चौहान दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे है। साथ ही वार्ड नंबर 12 में कांग्रेस की केकडी बाई व भाजपा की मालती पटेल के साथ बागी प्रत्याशी सुनिता जूनापानी मैदान में थे, यहां से कांग्रेस की केकडी बाई व भाजपा की बागी सुनिता बाई अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे है। भाजपा की माने तो सुनिता बाई अगर जीतेगी तो भी भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा।वहीं वार्ड नंबर 13 में भाजपा प्रयाशी अर्चना जालमसिंह व कांग्रेस की ओर से सीमा भूरिया मैदान में है, जहां पर दोनों जीत का दावा कर रहे है। वही वार्ड नंबर 23 में भाजपा के शक्ति जायसवाल, कांग्रेस के राजेंद्र पाटीदार व बागी कपिल सोलंकी मैदान में थे, जिसमें भाजपा व निर्दलीय प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे है।कांग्रेस का उम्मीदवार तय, भाजपा महिला पर कर सकती भरोसाजिपं सदस्यों के चुनाव में कांग्रेस के पास जीते हुए अधिकृत उम्मीदवारों की संख्या जरुर कम हैं, किंतु कांग्रेस ने जिपं अध्यक्ष के लिए वार्ड नंबर 14 से जीतकर आ रहे मनोजसिंह गौतम का नाम तय कर लिया है। मनोज पूर्व में भी जिपं अध्यक्ष रह चुके हैं तथा जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम के भाई है।वहीं भाजपा के पास जीते हुए अधिकृत 13 प्रत्याशी जरुरु हैं, किंतु चार सीटों को लेकर चल रहे संशय के बीच भाजपा वेट एंड वॉच की स्थिति में है। हालांकि मंञी राजर्वधनसिंह दत्तीगांव के क्षेञ से जीत का दावा कर रहे पाटीदार समाज के विक्रम पटेल व वार्ड नंबर 10 से संगीता हेमसिंह पटेल उम्मीदवार हो सकती है। इन दोनों प्रत्याशियों के नाम को लेकर अब आगामी बैठक में भाजपा निर्णय करेगी।युवा गायत्री जीती, पूर्व अध्यक्ष तीसरे नंबर परजिपं सदस्यों को लेकर हुए चुनाव में बडा उलटफेर भी हुआ हैं, इसमें वर्तमान तक अध्यक्ष पद पर काबिज रही मालती मोहन पटेल चुनाव हार चुकी है। वार्ड नंबर 12 से चुनाव लड रही मालती तीसरे नंबर पर रही है। साथ ही वार्ड नंबर 6 से चुनाव जीत रही गायञी परिहार बढी लीड के साथ पहले नंबर पर बनी हुई हैं, गायञी की उम्र महज 21 साल है। तथा पहले ही चुनाव में बडी जीत दर्ज की है।जयस के गढ में भाजपा की मजबूत इंट्रीजयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा ने वर्ष 2018 में धार जिले की मनावर विधानसभा से कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लडा था, इस दौरान अलावा भारी मतों से जीते व जयस के साथ कांग्रेस का भी भरपूर समर्थन मिला। हालांकि 4 साल बाद स्थिति पलट चुकी हैं, जिला पंचायत के चुनाव में जयस के इस गढ में भाजपा ने मजबूत इंट्री की है।इस क्षेत्र में जिपं के कुल 4 वार्ड आते हैं, जिसमें से भाजपा के 3 अधिकृत उम्मीदवार जीतकर आए है। ऐेसे में जयस के साथ कांग्रेस विधायक के क्षेत्र में भाजपा ने अपनी पकड को मजबूत कर लिया है। हालांकि एक सीट का परिणाम आना बाकी हैं, अगर परिणाम भाजपा के पक्ष में आया तो यहां पर क्लीन स्वीप जैसी स्थिति भी बन सकती है।

Comments are closed.