फरीदाबाद: कोरोना काल में घर बैठकर ऊब रही थी, अचानक कहानियां लिखने का आया विचार।इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड ने वाणी को दुनिया की सबसे कम उम्र की लेखिका होने के खिताब से नवाजा, आगे चलकर लेखिका और प्रसिद्ध गायिका बनना चाहती हैऔद्योगिक नगरी में एक ऐसी अनोखी प्रतिभा निकलकर सामने आयी है जिसने खेलने कूदने की उम्र में किताब की दो सीरीज लिखकर पांच विश्व रिकार्ड अपने नाम कर लिए। दुनिया की सबसे कम उम्र की यह लेखिका सेक्टर नौ की रहने वाली वाणी रावल हैं। उन्होंने बुधवार को अपनी किताब कैथीज 23 डेज आॅफ क्रिसमस का विमोचन किया। छठी क्लास में पढ़ने वाली वाणी आगे चलकर देश की प्रसिद्ध लेखिका और गायिका बनना चाहती हैं। वह सेक्टर 14 स्थित मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा है।कोरोना काल में लिखी किताबदैनिक भास्कर से बात करते हुए वाणी ने बताया कि काेरोना काल 2021 में घर बैठकर ऊबने लगी थी। इसी दौरान मन में विचार आया कि अपने मन की बात जो महसूस हो रही है उसे किताब में के रूप में लायी जाए। यहीं से किताब लिखने की शुरुआत हुई। वाणी ने अपनी पहली किताब कैथीज 23 डेज आॅफ क्रिसमस महज डेढ महीने में ही लिख डाली। दूसरी किताब कैथीज कॉलिंग फाइव एलीमेंट आफ क्रिसमस को लिखने में उनको केवल 11 दिनों का ही समय लगा।अब तक पांच वर्ल्ड रिकार्ड बनायावाणी की मां शीतल रावल व पिता रितेश रावल ने बताया कि बेटी ने अलग अलग पांच वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है। इनमें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड, ब्रावो इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड है। यह सभी वर्ल्ड रिकॉर्ड वाणी ने साल 2022 में ही बनाये हैं।अपनी किताब का विमोचन करती वाणी रावल अपने परिजन व शिक्षिकाओं के साथकिताब में क्रिसमस के आने के 21 दिन पहले की कहानीवाणी ने किताब को अंग्रेजी मंे लिखा है। इसमें एक ऐसी छोटी बच्ची की कहानी है जिसकी लाइफ में क्रिसमस के आने से 21 दिन पहले एक छोटा जादूगर आता है और वह उसको सेंटा क्लॉस की दुनिया में लेकर जाता है। जिसके बाद क्रिसमस आने तक हर दिन उसके जीवन में एक नई घटना घटती है। इस किताब में हर दिन घटने वाली घटना का लेखन किया गया है। किताब में इसको इस तरह से लिखा गया है कि पाठक को पढ़ने में पूरी रुचि मिले और उसी के साथ उसको जानकारी भी मिले।नहीं ली किसी की मददवाणी ने अपने परिजनों और स्कूल की शिक्षिकाओं के साथ बुधवार को पहली बुक को लांच किया। जल्द ही दूसरी किताब की भी आने वाली है। वाणी के पिता रितेश रावल और माता शीतल रावत ने बताया बेटी ने बिना किसी की मदद से अपनी प्रतिभा के बल पर किताब लिखी है। इसमें किसी की मदद नहीं ली। इस मौके पर दिल्ली के पूर्व विधायक ब्रह्नम सिंह तंवर, दिल्ली के पूर्व मेयर अतर सिंह , रामवीर तंवर, मोनिका कथूरिया, ममता वाधवा, शालिनी बिंद्रा, पलवल के बीजेपी नेता संजय गुर्जर, महावीर पहलवान, अंकुर विधूड़ी मौजूद रहे।

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