गोरखपुर: लापता थोक फल व्यापारी गोरखपुर निवासी सुरेश गुप्ता।गोरखपुर में व्यापारी समेत दो लोग लापता हो गए हैं। परिजनों ने उनके अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को तहरीर दी है। परिजनों के अनुसार फलों के थोक व्यापारी सुरेश गुप्ता उर्फ राजन की बाइक गुरूवार की सुबह बाघागाड़ा के पास फोरलेन पर मिली है। वहीं गोरखपुर के बेलीपार निवासी कारपेंटर विश्वनाथ मुंबई से आते समय कानपुर से लापता हो गया। लेकिन बेलीपार पुलिस ने उसे तलाश करने तक की जहमत नहीं उठाई। कारपेंटर पिछले 25 दिनों से लापता है।बुधवार की सुबह घर से फलमंडी जाने के लिए निकले थे फल व्यापारीतिवारीपुर के सूरजकुंड निवासी सुरेश गुप्ता उर्फ राजन महेवा फलमंडी में फलों के थोक व्यापारी हैं। परिजनों के अनुसार वह बुधवार की सुबह फलमंडी जाने के लिए घर से निकले थे। लेकिन वह दुकान न जाकर धर्मशाला बाजार चले गए। वहां उन्हें बाहर से आए कुछ व्यापारियों से मिलना था। दोपहर में उनके भाई रमेश ने बात किया तो वो बोले कि अभी घर आ रहे हैं। इसके बाद व्यापारी की पत्नी ने फोन कर हास्पीटल में भर्ती अपने भतीजे को देखने जाने की बात कही।परिजनों ने तिवारीपुर थाने में तहरीर दी है।इसके बाद देर रात तक व्यापारी घर नहीं लौटे। पत्नी ने उनका मोबाइल मिलाया तो घंटी जा रही थी लेकिन रिसीब नहीं हो रहा था। परिजन रात में ही धर्मशाला और रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर उनकी तलाश शुरू की। कुछ पता नहीं चलने पर परिजनों ने तिवारीपुर थाने में तहरीर दी। उधर गुरूवार की सुबह पुलिस को व्यापारी की बाइक गीडा के बाघागाड़ा फोरलेन के पास पड़ी मिली।बाइक की डिग्गी में चेकबुक, मोबाइल और कुछ जरूरी कागजात थे। लेकिन व्यापारी का कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने उनके अपहरण और अनहोनी की आशंका जताई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। एसओ तिवारीपुर राजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि व्यापारी लापता हैं। उनकी बाइक पुलिस ने बाघागाड़ा के पास से बरामद किया है। व्यापारी की तलाश की जा रही है।25 दिन से लापता है गोरखपुर का कारपेंटर, तलाश में पत्नी25 दिन से लापता है कारपेंटर विश्वनाथबेलीपार के विस्टौली खुर्द निवासी कंता निषाद का 35 वर्षीय बेटा विश्वनाथ 4 वर्ष से मुंबई में रह रहा था। वह वहां सोफे बनाने का काम करता है।घर पर पत्नी चंदा और उसके दो बेटे 18 वर्षीय अमन साहनी और 15 वर्षीय विकास साहनी दादा के साथ रहते हैं।विश्वनाथ साहनी की पत्नी चंदा देवी ने बताया कि विश्वनाथ उनसे फोन पर 15 मई को घर आने की बात कहे थे। 15 मई को ही उन्होंने ट्रेन पकड़ लिया था।उनके साथ सुल्तानपुर निवासी अरविंद नामक युवक भी था। जिसने 17 मई को उनके फोन से काल कर बताया कि विश्वनाथ की तबीयत कुछ खराब है। इसलिए वह उन्हें कानपुर में पुलिस के पास उतार रहा है। इलाज हो जाएगा तो आप लोग आकर ले जाना। पत्नी ने अरविंद नामक युवक के फोन के जरिए अपने पति से बात की तो वह बोले कि वह बस से आ जाएंगे। उसके बाद विश्वनाथ का मोबाइल स्वीच आफ हो गया।पत्नी ने कानपुर जाकर किया तलाशपत्नी ने बेलीपार थाने पर तहरीर देकर जानकारी दी। लेकिन पुलिस ने मदद करने से इंकार कर दिया।पत्नी अपने पति का दो दिन तक इंतजार करती रही। लेकिन वह घर नहीं आए। जिसके बाद पत्नी अपने भतीजे मुकेश और भांजे रितेश के साथ कानपुर जाकर रेलवे स्टेशन पुलिस से पता किया। साथ ही आसपास के अस्पतालों में भी तलाश किया। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। पत्नी ने इसके बाद सुल्तानपुर निवासी अरविंद को भी फोन किया तो उसने कहा कि उसने उन्हें कानपुर में उतार दिया था। इतना कहने के बाद युवक अरविंद ने फोन काट दिया। जिसके बाद पत्नी गोरखपुर आई और बेलीपार थाने पर तहरीर देकर जानकारी दी। लेकिन पुलिस ने मदद करने से इंकार कर दिया और कहा कि खुद पता लगा लें।मुंबई में भी तलाश कर चुकी है पत्नीउधर पत्नी विश्ननाथ की तलाश मुंबई में भी कर चुकी है। मुंबई में रहने वाले अपने जानने वालों से भी पूछताछ कर चुकी है। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। अब परिजन विश्वनाथ की फोटो सोशल मीडिया पर डालकर उनकी तलाश कर रहे हैं। पत्नी ने गोरखपुर एसएसपी डॉ विपिन ताडा को भी पत्र लिखकर उनकी तलाश की गुहार लगाई है और अनहोनी की आशंका जताया है।

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