
तुम्बाड
बीते साल कई पुरानी फिल्मों को दोबारा रिलीज किया गया जो बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर चुकी हैं। ऐसे में इन दिनों नई फिल्मों के साथ-साथ पुरानी फिल्में भी सिनेमाघरों में दोबारा रिलीज हो रही हैं। आज हम एक ऐसी ही धांसू फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं जो री-रिलीज के बाद काफी चर्चा में थी। इसने बॉक्स ऑफिस पर दुनिया भर में 50 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया था। इस फिल्म को क्रिटिक्स से खूब सराहना मिली और इसने फीचर फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड भी जीता। लेकिन, इसे बनाने में मेकर्स को 6 साल लग गए। हम बात कर रहे हैं एक्टर, प्रोड्यूसर सोहम शाह की ‘तुम्बाड’ की, जिसके दूसरे भाग का भी ऐलान हो चुका है।
बारिश में क्यों शूट हुई तुम्बाड
सोहम शाह ने ‘गुलाब गैंग’, ‘तलवार’ और ‘सिमरन’ जैसी फिल्मों में अलग-अलग रोल में नजर आए हैं। ‘तुम्बाड’ में उनका बहुत ही अलग अंदाज देखने को मिला जो महाराष्ट्र के ‘तुम्बाड’ नाम के गांव की काल्पनिक कहानी है। ‘तुम्बाड’ फिल्म को शूट करने के दौरान कास्ट से लेकर क्रू मेंबर तक को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था इसीलिए यह फिल्म पूरे छह साल में फिल्माई गई। फिल्म में जो गांव है तुम्बाड वह काल्पनिक है पर यह हमेशा बारिश होते हुए दिखाई देती है, इसलिए इस फिल्म के ज्यादातर सीन बारिश में फिल्माए गए है। हालांकि, उनके पास नकली बारिश का ऑप्शन था, लेकिन एक्टर सोहम असली बारिश में पूरी शूटिंग करते हैं क्योंकि वह चाहते थे कि दर्शक भी सिनेमाघरों में रियल एक्सपीरियंस का अनुभव करें। फिल्माने के लिए पूरे 4 मानसून लगे।
तुम्बाड की धांसू कहानी
फिल्म की कहानी 1918 में शुरू होती है जहां महाराष्ट्र के गांव तुम्बाड में विनायक राव (सोहम शाह) अपनी मां और भाई के साथ रहता है। वह अपने परिवार के साथ बाद में पुणे शिफ्ट हो जाता है। 15 साल के बाद विनायक फिर से तुम्बाड जाता है और खजाने की तलाश करने लगता है। बाद में वह अपने बेटे को भी वहां का रास्ता और खजाना दिखाता है। बता दें कि ‘तुम्बाड़’ एक हस्तर नाम के देवता की कहानी है, जो समृद्धि की देवी के बेटे हैं। ये फिल्म 2018 में रिलीज हुई थी, जिसका बजट 5 करोड़ था, लेकिन इसने बॉक्स ऑफिस पर 13 करोड़ का कलेक्शन किया था।

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