प्रदेश के 18 जिलों सहित बालाघाट में बनेगी क्रिटिकल केयर यूनिट, 50 बिस्तरों वाले यूनिट में होगी एडवांस फैसिलिटी
बालाघाट: बालाघाट की स्वास्थ्य सुविधाओं में जल्द नया अध्याय जुड़ने वाला है। प्रदेश सरकार राज्य के 18 जिलों में क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने जा रही है, जिसमें बालाघाट जिला भी शामिल है। नई यूनिट स्थापित करने का मकसद भविष्य में कोरोना या अन्य संक्रामक बीमारी के मरीजों को पृथक इलाज और सुविधाएं मुहैया कराना है।जानकारी के अनुसार, बालाघाट में क्रिटिकल केयर यूनिट जिला अस्पताल परिसर में एक हजार स्क्वायर मीटर एरिया में बनाया जाएगा। तीन मंजिला इस बिल्डिंग में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। क्रिटिकल केयर यूनिट में 50 बिस्तरों की क्षमता होगी। यूनिट निर्माण के लिए मार्किंग की जा चुकी है। महीनेभर बाद निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। नया क्रिटिकल केयर यूनिट संभवत: एक से डेढ़ साल में बनकर तैयार होगा।पुरानी बिल्डिंग होगी डिस्मेंटलजिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. संजय धबड़गाव ने बताया कि जिला अस्पताल परिसर के पीछे डॉक्टर्स और नर्सिंग के पुराने क्वार्टर की बिल्डिंग को डिस्मेंटल किया जाएगा। जहां सीसीयू का भवन बनाया जाएगा। इस संबंध में दो दिन पूर्व कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा को इस संबंध में अवगत कराया गया है। क्रिटिकल केयर यूनिट में अलग स्टाफ और एचएआर डिपार्टमेंट भी होगा।एडवांस मशीनें होगीविभागीय तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, क्रिटिकल केयर यूनिट को लेकर बजट की स्थिति आगामी दिनों में स्पष्ट होगी। बताया गया कि यूनिट के निर्माण में 70 फीसदी फंड केंद्र सरकार और शेष 30 फीसदी प्रदेश सरकार वहन करेगी। यूनिट में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन, पोर्टेबल सोनोग्राफी, आइसोलेशन वार्ड, एडवांस इक्विपमेंट सहित अन्य सुविधाएं होंगी। जहां कोविड के साथ अन्य संक्रामक बीमारी से बचाव के हर साधन उपलब्ध होंगे।मिशन सेहत से अस्पतालों की सेहत सुधारने की कवायदप्रदेश सरकार के मिशन सेहत के तहत जिले भर के अस्पतालों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके लिए शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग को जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के रंग-रोंगन, टूट-फूट, मरम्मत कार्य आदि के लिए 2 से 5 लाख की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा बड़े मरम्मत कार्यों के लिए 8 लाख की राशि मिलेगी।संवरेगी ट्रामा सेंटर की सूरतडॉ. धबडग़ांव ने बताया कि मिशन सेहत के तहत सबसे पहले ट्रॉमा सेंटर की सूरत संवारी जाएगी। 21 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मिशन को लॉन्च करेंगे। राशि प्राप्त होती ही ट्रॉमा सेंटर की पोताई के साथ वहां मरीजों व परिजनों की सुविधाओं को देखते हुए मरम्मत व निर्माण कार्य कराए जाएंगे।

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