घटना की जानकारी मिलते ही ट्रेनी आईपीएस प्रशांत के निर्देशन में एक विशेष जांच टीम गठित की गई, जिसने बिना समय गंवाए जांच को कई राज्यों तक विस्तार दिया। टीम ने राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के सभी प्रमुख टोल नाकों पर चेकिंग करवाई और करीब 800 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर सुराग जुटाए। कड़ी मेहनत और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली और दो चोरों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान शुभम निवासी आगरा (उत्तर प्रदेश) और मुकेश निवासी गुरुग्राम (हरियाणा) के रूप में हुई है। दोनों बदमाश दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में पहले भी चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने दोनों चोरों को कृषि उपज मंडी में लाकर जुलूस के रूप में घुमाया, तो वहां मौजूद व्यापारियों ने उन्हें पहचान लिया। दोनों आरोपी हाथ जोड़कर व्यापारियों से माफी मांगते नजर आए। यह दृश्य मंडी में चर्चा का विषय बना रहा। व्यापारियों ने पुलिस की सराहनीय कार्रवाई पर उनका जोरदार स्वागत किया और फूल मालाओं से सम्मान किया।
सीकर पुलिस द्वारा इन दोनों आरोपियों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन बदमाशों का एक बड़ा गिरोह है, जो राज्यों की सीमाएं पार करके वारदातें अंजाम देता है। पुलिस अब इनके अन्य साथियों की तलाश में भी जुट गई है और जल्द ही गिरोह के बाकी सदस्यों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
प्रेस वार्ता में ट्रेनी आईपीएस प्रशांत ने बताया कि इस पूरी कार्रवाई में पुलिस टीम ने संयम और सूझबूझ के साथ काम किया। उन्होंने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए तकनीकी सहायता के साथ-साथ स्थानीय मुखबिरों की भी मदद ली गई। वहीं पुलिस अब गिरफ्त में आए हुए दोनों चोरों से कड़ी पूछताछ करने में जुटी हुई है जिससे चोरी की और भी कई वारदातों का खुलासा हो सकता है।

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