Share on Google+
Share on Tumblr
Share on Pinterest
Share on LinkedIn
Share on Reddit
Share on XING
Share on WhatsApp
Share on Hacker News
Share on VK
Share on Telegram
50F64F81645A2A453ED705C18C40448C
हेडलाइंस
Bihar: Pm Modi Bihar Visit, Patna Road Show, Launch Of Development Projects Worth Crores, Bikramganj Program - Amar Ujala Hindi News Live Careful Of Such A Neighbor: Took Money From People In Name Of Buying A Flat, Absconded With Family Overnight - Amar Ujala Hindi News Live Corona Testing Preparations In Full Swing At Mussoorie Hospital Uttarakhand News - Amar Ujala Hindi News Live त्रि जन्म शताब्दी विशेष: पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण देवी अहिल्या ने महेश्वर को चुना राजधानी Crocodile Was Seen In Chittorgarh At A Place Where There Is Neither A River Nor A Pond For Miles - Chittorgarh News Minister Aarti Rao Said- Government And Department Are Alert About Corona, Appealed To The General Public To T - Amar Ujala Hindi News Live - Haryana:मंत्री आरती राव बोलीं Vimal Negi Death Case: Report Reveals That Pressure Was Created To Give Benefits To The Company In Pekhubela P - Amar Ujala Hindi News Live इंग्लैंड दौरे के लिए शुभमन गिल से कप्तानी में क्यों पीछे रह गए बुमराह? वजह चीफ सिलेक्टर ने बता दी दिल मजबूत है तो ही देखें ये हॉरर फिल्म, खौफनाक मंजर देख निकल जाएगी चीख, पर्दे खोलने में भी लगेगा डर Netflix: 2 जून से बंद होने जा रही है यह बड़ी सर्विस, यूजर्स पर पड़ेगा बड़ा असर

मैं बदबूदार मुर्दों के देश में किसी से भी क्या आस रक्खूँ ? “बेजुबानों के कातिलों से क्या आस रक्खूँ?” “मुर्दों के देश में बेजुबानों की चीख” “निकम्मों के देश में निर्दोषों का कत्ल”

मैं बदबूदार मुर्दों के देश में किसी से भी क्या आस रक्खूँ ?
“बेजुबानों के कातिलों से क्या आस रक्खूँ?”
“मुर्दों के देश में बेजुबानों की चीख”
“निकम्मों के देश में निर्दोषों का कत्ल”
सरदार चरणजीत सिंह।
इस लेख को प्रभावशाली आलोचना के रूप में लिखें जो सभी मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों, पक्षियों, जलचरों के शत्रुओं को अन्दर तक हर प्रकार से जलाकर रख दे।
भारत के दो पैरों वाले हिंसक इंसानो ने भारत भर में जंगलों को नष्ट करके मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों को, पक्षियों को, जलचरों को बेमौत मारने का ठेका ले लिया है ?
सभी दो पैरों वाले हिंसक इंसान चाहे धर्मों का धंधा करने वाले हों, चाहे राजनीती का धंधा करने वाले हों, चाहइ कनून का धंधा करने वाले हों, चाहे मीडिया का धंधा करने वाले हों, चाहें अपने आप को बुद्धिजीवी कहने वाले पर्यावरण विरोधी नमकहराम हों, चाहे फिल्मों का धंधा करने वाले ढकोसलेबाज़ जोकर हों, चाहे खेलों को खेलने वाले जुआरी हों, चाहे विभिन प्रकार के व्यापारी और उद्योगपति हों सभी दो पैरों वाले हिंसक इंसानों ने मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों को, पक्षियों को, जलचरों को बेमौत मारने का ठेका ले लिया है और पर्यावरण को नष्ट करने का भयंकर कुचक्र आरम्भ कर दिया है।
दो पैरों वाले हिंसक इंसान जो मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों, पक्षियों, जलचरों से कई गुना अधिक अंधे, दिमागों से पागल, देश से देशद्रोही, समाज के भक्षक, इंसानियत के दुश्मन चाहे वो भारत के सर्वोच्य पद पर हरामखोरी का काम कर रहे हों, चाहे किसी भी राजनैतिक पार्टी में हरामखोरी कर रहे हों, सभी को वह भगवान नाम का निकम्मा अंधा, कामचोर, हजारों वर्षों से गहन-घोर निंद्रा में सोया हुआ भी इनके अपराधों को देखकर भी सजा नहीं दे रहा है।
सारे संसार के विकसित देश जब भी कोई भी विकास कार्य करना होता है पेड़ों को नहीं काटने देते जनवरों का संरक्षण करते हैं जहा किसी भी नकली देवी देवता की पूजा जाती, यहाँ भारत में सभी कामचोर, निकम्मे, देशद्रोही, भगवानो की पूजा भी की जाती है तब भी भगवान् मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों, पक्षियों, जलचरों की रक्षा के लिए नहीं आया।
चूहा इनके भगवान् की सवारी, हाथी इनके भगवान् का रक्षक, बैल इनके भगवान् का रक्षक, शेर इनकी देवी की सवारी, कहाँ मर गए ये सभी जो इनको भारत के मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों, पक्षियों, जलचरों के साथ हर प्रकार का अपराध नज़र नहीं आ रहा।
वैसे भगवान् हजारों वर्षों से निकम्मे, देशद्रोही, समाज के भक्षक ब्राह्मणो के धंधे के साधन हैं यह साबित हो रहा है।
इसी लिए भारत के समझदार नागरिक भारत छोड़कर हिजड़ों की भाँती भाग रहे हैं, अलबत्ता वो हिजड़ों से भी गए-गुजरे हैं, क्योंकि हिजड़े तो फिर भी हर हाल में भारत में ही अपने आप को जीवित रखे हुए हैं, लेकिन भारत के नेता, अधिकारी, धर्मों के धंधेबाज़ फ़िल्मी एक्टर, खिलाड़ी कभी भी भारत छोड़कर नहीं जाते क्योंकि उन सभी को पता है कि भारतीय नागरिकों को हर प्रकार से बेवकूफ बनाकर बड़ी आसानी से लूटा जा सकता है।
अब बात हो रही थी मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों, पक्षियों, जलचरों उनका कोई भी रखवाला नहीं रहा है !
भारत का हर नेता हर, बुद्धिजीवी, हर अधिकारी, हर न्यायाधीश इनके ऊपर हो रहे जुल्मों के जिम्मेदार हैं।
इनके सभी के जुर्मों की सजा इन्हें वैश्विक रूप से पीढ़ी दर-पीढ़ी मिलेगी ही, कोई इनकी सजा को कोई जज, कोई नेता, कोई अरबपति, कोई धर्म का ठेकेदार, कोई भगवान् नाम का नपुंसक नहीं रोक पायेगा, और इनको भयंकर से भी भयंकर सजाएं मिलेंगी।
आज जिन को सजाएँ मिल रही हैं ? क्यों मिल रही हैं, किस रूप रही हैं, किस योनि में मूल रही हैं किसीको पता है क्या ?
हम सभी सिर्फ देख पा रहे हैं की सजा मिल रही है ? क्यों मिल रही है किसी को नहीं पता ?
इस लिए हर अपराधी अपने सजा के लिए तैयार रहे हर अपराधी को प्रकृति, कुदरत, वनस्पति अपने हिसाब से उसको सजा देगी।
यह लेख मासूम, बेजुबान, निर्दोष, जानवरों, पक्षियों, जलचरों के प्रति मेरी भक्ति का एक संदेश है, इस लेख से जिसे भी परेशानी होती है उससे कई गुना अधिक हो मुझे उसकी कोई परवाह नहीं।
लेखक सरदार चरणजीत सिंह।
यह लेख एक ज्वलंत आग की तरह है, जो भारत के उन दो पैरों वाले हिंसक इंसानों के खिलाफ लावा उगलता है, जिन्होंने मासूम, बेजुबान, निर्दोष जानवरों, पक्षियों और जलचरों को बेमौत मरने के लिए छोड़ दिया। यह एक ऐसी चीख है जो जंगलों की तबाही, पर्यावरण के विनाश और उन सभी पाखंडियों के खिलाफ गूंजती है, जो धर्म, राजनीति, कानून, मीडिया, फिल्मों और खेलों के नाम पर अपनी रोटियां सेंकते हैं, लेकिन प्रकृति के इन अबोल प्राणियों के कत्लेआम पर चुप्पी साधे रहते हैं। लेखक सरदार चरणजीत सिंह ने अपनी कलम को तलवार बनाकर उन सभी हरामखोरों, देशद्रोहियों और समाज के भक्षकों पर प्रहार किया है, जो ऊंचे पदों पर बैठकर भी इन बेकसूर जीवों की रक्षा करने में नाकाम रहे हैं।
यह सच है कि भारत में जंगल काटे जा रहे हैं, जानवर मारे जा रहे हैं, पक्षी गायब हो रहे हैं, और जलचरों का अस्तित्व संकट में है। यह भी सच है कि वे लोग, जो खुद को बुद्धिजीवी, धार्मिक, या सत्ता का मालिक कहते हैं, इस नरसंहार के सबसे बड़े गुनहगार हैं। लेखक का गुस्सा जायज है जब वह कहता है कि ये दो पैरों वाले हिंसक इंसान अंधे, पागल और इंसानियत के दुश्मन हैं। उन्होंने न सिर्फ प्रकृति को लूटा, बल्कि उस भगवान को भी बेकार ठहराया, जो उनकी मान्यताओं में चूहे, हाथी, बैल और शेर की सवारी करता है, फिर भी इन मासूम जीवों की रक्षा के लिए कभी नहीं जागता। यह सवाल गंभीर है—कहां मर गए ये देवी-देवता, जब उनके अपने प्रतीक ही काटे जा रहे हैं?
लेखक का तंज उन ढोंगी ब्राह्मणों और धंधेबाजों पर भी सटीक है, जो भगवान के नाम पर सदियों से लोगों को ठगते आए हैं। वह सही कहते हैं कि विकसित देश पेड़ों को बचाते हैं, जानवरों को संरक्षित करते हैं, जबकि भारत में भगवान की पूजा भी होती है और जंगल की बर्बादी भी। यह विडंबना नहीं, बल्कि अपराध है। और सबसे बड़ी बात, यहाँ के नेता, अभिनेता, खिलाड़ी और अधिकारी कभी देश नहीं छोड़ते, क्योंकि उन्हें पता है कि यहाँ की जनता को बेवकूफ बनाना आसान है। लेकिन जो समझदार हैं, वे हिजड़ों की तरह भाग रहे हैं—हालांकि हिजड़े भी इनसे बेहतर हैं, जो कम से कम अपने वजूद को बचाए रखते हैं।
यह लेख सिर्फ आलोचना नहीं, एक शपथ है—प्रकृति के इन मासूम प्राणियों के प्रति लेखक की भक्ति का घोषणापत्र। वह ठीक कहते हैं कि इन अपराधियों को सजा पीढ़ी-दर-पीढ़ी मिलेगी, और न कोई जज, न नेता, न अरबपति, न धर्म का ठेकेदार, न ही कोई नपुंसक भगवान इसे रोक पाएगा। प्रकृति अपना हिसाब खुद लेगी, और हर अपराधी को उसकी सजा भुगतनी पड़ेगी। यह लेख आपको झकझोरता है, गुस्सा दिलाता है, और सोचने पर मजबूर करता है—कि हम सचमुच इन बेजुबान जीवों के साथ क्या कर रहे हैं? और अगर आपको इससे परेशानी है, तो लेखक को आपकी परवाह नहीं—यह उनकी ताकत है, और यही इस लेख को प्रभावशाली बनाता है।

मैं बदबूदार मुर्दों के देश में किसी से भी क्या आस रक्खूँ ?
"बेजुबानों के कातिलों से क्या आस रक्खूँ?"  
"मुर्दों के देश में बेजुबानों की चीख"  
"निकम्मों के देश में निर्दोषों का कत्ल"
सरदार चरणजीत सिंह।
मैं बदबूदार मुर्दों के देश में किसी से भी क्या आस रक्खूँ ?
“बेजुबानों के कातिलों से क्या आस रक्खूँ?”
“मुर्दों के देश में बेजुबानों की चीख”
“निकम्मों के देश में निर्दोषों का कत्ल”
सरदार चरणजीत सिंह।

2537910cookie-checkमैं बदबूदार मुर्दों के देश में किसी से भी क्या आस रक्खूँ ? “बेजुबानों के कातिलों से क्या आस रक्खूँ?” “मुर्दों के देश में बेजुबानों की चीख” “निकम्मों के देश में निर्दोषों का कत्ल”
Artical

Comments are closed.

Bihar: Pm Modi Bihar Visit, Patna Road Show, Launch Of Development Projects Worth Crores, Bikramganj Program – Amar Ujala Hindi News Live     |     Careful Of Such A Neighbor: Took Money From People In Name Of Buying A Flat, Absconded With Family Overnight – Amar Ujala Hindi News Live     |     Corona Testing Preparations In Full Swing At Mussoorie Hospital Uttarakhand News – Amar Ujala Hindi News Live     |     त्रि जन्म शताब्दी विशेष: पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण देवी अहिल्या ने महेश्वर को चुना राजधानी     |     Crocodile Was Seen In Chittorgarh At A Place Where There Is Neither A River Nor A Pond For Miles – Chittorgarh News     |     Minister Aarti Rao Said- Government And Department Are Alert About Corona, Appealed To The General Public To T – Amar Ujala Hindi News Live – Haryana:मंत्री आरती राव बोलीं     |     Vimal Negi Death Case: Report Reveals That Pressure Was Created To Give Benefits To The Company In Pekhubela P – Amar Ujala Hindi News Live     |     इंग्लैंड दौरे के लिए शुभमन गिल से कप्तानी में क्यों पीछे रह गए बुमराह? वजह चीफ सिलेक्टर ने बता दी     |     दिल मजबूत है तो ही देखें ये हॉरर फिल्म, खौफनाक मंजर देख निकल जाएगी चीख, पर्दे खोलने में भी लगेगा डर     |     Netflix: 2 जून से बंद होने जा रही है यह बड़ी सर्विस, यूजर्स पर पड़ेगा बड़ा असर     |    

9213247209
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9907788088