पुलिसकर्मी की गाड़ी ओवरटेक करना एक युवक को भारी पड़ गया। आरोप है कि तीन से चार पुलिसकर्मियों ने युवक को जबरन गाड़ी में बैठाकर रास्ते में 2-3 घंटे तक टॉर्चर किया और बेरहमी से पीटा। इसके बाद उसे थाना ले जाकर छोड़ दिया गया। जब युवक घर लौटा, तो गहरे मानसिक तनाव में था और उसने खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की 11 माह पहले ही शादी हुई थी। इस घटना से गुस्साए परिजनों ने बागपुर पुलिस चौकी का घेराव किया और 15 घंटे तक प्रदर्शन किया। बढ़ती भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को चौकी के बाहर बैरिकेड लगाने पड़े। पुलिस प्रशासन ने 48 घंटे में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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नीतीश के गम में चचेरा भाई
– फोटो : अमर उजाला
सीएनजी डलवाने गया था नीतीश
पुलिस को दी शिकायत में मृतक के पिता देवेंद्र, निवासी खादर ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनका 23 वर्षीय बेटा नीतीश 24 मार्च को सुबह अपनी गाड़ी में सीएनजी भरवाने अलावलपुर पेट्रोल पंप गया था। लौटते समय रास्ते में थाना छांयसा में कार्यरत पुलिसकर्मी नीरज कौशिक से गाड़ी ओवरटेक करने को लेकर विवाद हो गया।
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पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमा लोग
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2-3 घंटे तक दिया थर्ड डिग्री
आरोप है कि इसके बाद पुलिसकर्मी ने 112 पर कॉल कर पुलिस की गाड़ी बुलवाई, जिसमें सिविल ड्रेस में चार लोग आए और नीतीश को जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। परिजनों का दावा है कि पुलिसकर्मियों ने नीतीश को थाना ले जाने के बजाय रास्ते में किसी निजी स्थान पर रोककर 2-3 घंटे तक थर्ड डिग्री टॉर्चर किया और बेरहमी से पीटा। इसके बाद उसे थाना छांयसा ले जाकर छोड़ दिया गया। जब नीतीश घर लौटा तो वह गहरे मानसिक तनाव में था। शाम करीब 7 बजे उसने गांव के खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
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थाने के बाहर आक्रोशित लोग
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परिजनों का आक्रोश और पुलिस का आश्वासन
घटना के बाद परिजनों ने बागपुर पुलिस चौकी का घेराव किया और करीब 15 घंटे तक प्रदर्शन किया। बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने चौकी के बाहर बैरिकेड लगाए। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों की पिटाई के कारण ही नीतीश मानसिक रूप से टूट गया और उसने यह कदम उठाया। रात करीब 11 बजे डीएसपी मनोज वर्मा मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने आश्वासन दिया कि 48 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। 25 मार्च की सुबह जब नागरिक अस्पताल, पलवल में नीतीश का पोस्टमार्टम हुआ, तो वहां 150 से अधिक लोग मौजूद थे। स्थिति को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया था।
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पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े परिजन
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घटना सीसीटीवी में कैद व परिजनों का आरोप, शरीर पर गंभीर चोटों के निशान
युवक को पुलिसकर्मियों द्वारा जबरन गाड़ी में बैठाने की घटना सीसीटीवी में कैद हुई है। आरोप है कि युवक ने 112 की गाड़ी में आए सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों की गाड़ी ओवरटेक की थी, जिसके बाद उसे रोका गया। परिजनों का दावा है कि युवक को 2-3 घंटे तक थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया। इसके विरोध में 15 घंटे तक पुलिस चौकी का घेराव किया गया। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि जिस 112 गाड़ी से पुलिसकर्मी आए थे, उसकी कोई बीटी नहीं दी गई थी। मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे, पैरों पर मारपीट की गहरी चोटें थीं, जहां से त्वचा हट गई थी। शरीर पर कई जगह नीले और लाल धब्बे देखे गए।