Uttarakhand News After The Announcement Of Regularization Now Employees Are Looking At Their Service Period – Amar Ujala Hindi News Live उत्तराखंड By On Mar 25, 2025 0 यह भी पढ़ें T20 World Cup से पहले बलात्कार के आरोपों से बरी हुआ ये… May 16, 2024 Municipal Corporation Election Amritsar Voting Continue In… Dec 21, 2024 नियमितीकरण पर सीएम पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद अब विभिन्न विभागों में सेवाएं दे रहे संविदा, उपनल कर्मचारियों की निगाहें सेवाकाल व कटऑफ के पैमाने पर हैं। राज्य में इससे पहले दो बार नीतियां बनाई गईं, जिसमें अलग-अलग सेवा अवधि रखी गई थी। Trending Videos यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं वर्ष 2013 से पूर्व तक संविदा, आउटसोर्स कर्मचारियों के नियमितीकरण का कोई प्रावधान नहीं था। दैनिक वेतन, कार्यप्रभारित, संविदा, नियत वेतन, अंशकालिक तथा तदर्थ रूप में नियुक्त कार्मिकों का विनियमितीकरण नियमावली वर्ष 2013 में आई थी, जिसमें कर्मचारियों के लगातार 10 साल की सेवा को आधार बनाकर नियमित करने का प्रावधान था। यह नियमावली विवादों में आ गई और हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद वर्ष 2017 में हरीश रावत सरकार ने दोबारा कवायद शुरू की। इसमें सेवाकाल 10 साल से घटाकर पांच साल कर दिया गया था। इस पर भी आपत्तियां हुई और हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। इसके बाद से लगातार नियमितीकरण की प्रक्रिया मांग से आगे नहीं बढ़ पाई। अब धामी सरकार की घोषणा के बाद कर्मचारियों की उम्मीदें फिर जगी हैं। उनकी निगाहें सेवा अवधि और कटऑफ पर हैं। ये भी पढ़ें…Harish Rawat: गैरसैंण का माल्टा देख ‘हरदा’ हुए भावुक…सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट, मैंने भी कुछ सपने थे देखे हम लंबे समय से नियमितिकरण की लड़ाई लड़ रहे हैं। श्रम न्यायालय, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से इस संबंध में निर्णय आ चुके हैं। अब मुख्यमंत्री धामी का आभार जताते हैं। सभी साथी उत्साहित हैं। उम्मीद है कि जल्द ही नियमावली जारी होगी और 15 से 18 साल तक सेवा करने वाले उपनलकर्मी नियमित होंगे। -विनोद कवि, संयोजक, विद्युत एकता मंच Source link Like0 Dislike0 26482800cookie-checkUttarakhand News After The Announcement Of Regularization Now Employees Are Looking At Their Service Period – Amar Ujala Hindi News Liveyes