ग्रीष्म ऋतु में पहली बार कान्हा नेशनल पार्क में आयोजित पक्षी सर्वेक्षण, 10 राज्यों से पहुंची 55 सदस्य की टीम
मंडला: कान्हा नेशनल पार्क में तीन दिवसीय प्रथम ग्रीष्म ऋतु पक्षी सर्वेक्षण का आयोजन किया गया। 10 से 12 जून तक ग्रीष्म ऋतु में पहली बार आयोजित इस पक्षी सर्वेक्षण का उद्देश्य यह है कि, पक्षी विशेषज्ञ को यह महसूस हुआ कि ग्रीष्म ऋतु के पक्षी की गणना छूट रही है। जब तक हर ऋतु के पक्षी की गणना ना कि जाए तब तक डाटा संपूर्ण नहीं हो सकता। इसी को ध्यान में रखकर यह सर्वे किया गया।पार्क प्रबंधन ने बताया कि इस सर्वे में काफी संख्या में ऐसे पक्षी दिखाई दिए जो फरवरी के सर्वे में दिखाई नहीं दिए थे। इस पक्षी सर्वेक्षण में देश के 10 राज्यों से 55 पक्षी विशेषज्ञ को चुना गया हैं।सर्वे में नजर आए पक्षीड्रॉन्गो कुकू, ग्रे बेलीड कुकू, इंडियन कुकू, ब्राउन हॉक कुकू, स्केली बेलीड वुडपीकेर, पेलेसेस फिश ईगल, वाइट रम्प मुनिया, टॉनी ईगल, रूडी ब्रेस्टेड क्रेक, पफ थ्रोटेड बब्बलर, एमरल्ड डव, ब्लैक हेडेड कुकू श्राइक, क्रिमसन सनबर्ड, ब्लू बेयरडेड बी ईटर, लेसर यलो नेप वुडपीकेर, ग्रीन मुनिया, सिरकीर मल्कोहा आदि पक्षी सर्वे में देखे गए।पूर्व में हुए व वर्तमान सर्वे के डाटा का आकलन करके एक विस्तृत रिपोर्ट विभाग को सौंपी जाएगी। पक्षी सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की गणना करना है। इस तरह के सर्वेक्षण से पक्षियों के बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा कर उनके प्राकृतिक आवास, व्यवहार में बदलाव आदि का अध्ययन करना है।
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