प्रयागराज: छोटा बघाड़ा में बाढ़ के पानी के साथ मरे जानवर भी बहकर आ रहे हैं जिससे दुर्गंध उठ रही है।प्रयागराज में बाढ़ अब अपने साथ दुश्वारियां लेकर आ रही है। अचानक गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने से दर्जनों जानवर छोटा बघाड़ा क्षेत्र में बहकर आ गए हैं। मरे जानवरों के कारण इस क्षेत्र में दुर्गंध ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है।जिन घरों में अभी पानी नहीं घुसा है वहां भी अब पानी भरने का खतरा मंड़रा रहा है। इस बीच गंगा और यमुना 84 मीटर पार कर गई हैं। कभी भी खतरे का निशान 84.73 पार कर सकती हैं। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। की टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र छोटा बघाड़ा से ग्राउंट रिपोर्ट की। पेश है रिपोर्ट।फाफामऊ में 84.20 मीटर तक पहुंचीं गंगागंगा में पानी तेजी से बढ़ रहा है। फाफामऊ में रात 10 बजे तक पानी 84.20 मीटर, छतनाग में गंगा का पानी 83.56 और नैनी में यमुना का पानी 84.16 तक आ गया है। ऐसे में खतरे का निशान 84.73 अब गंगा और यमुना दोपहर तक पार कर सकती हैं। एहतियातन एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगा दी गईं हैं।कमरा छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जा रहे छात्रछोटा बघाड़ा में रहने वाले विवेक यादव ने बताया कि पानी बढ़ने के साथ ही साथ छात्रों को अब कमरा छोड़ना पड़ रहा है। शहर में कमरे नहीं मिल पा रहे हैं। शेल्टर होम में पढ़ाई नहीं हो पाएगी। वहां बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। हमारे एग्जाम होने वाले हैं। ऐसे में छात्रों के सामने दुश्वारियां ही दुश्वारियां ही हैं। पानी के साथ काफी मात्रा में गंदगी आ रही है। मरे जानवरों से सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। बदबू ने जीना दूभर हो गया है।छोटा बघाड़ा में रहने वाले प्रतियोगी छात्र विवेक।लालमणि यादव ने बताया कि अब जबकि पानी बढ़ रहा है मुझे मजबूर होकर अपना कमरा छोड़ना पड़ रहा है। ऊंचे स्थानों पर कमरा नहीं मिल रहा है। ई-रिक्शा पर सामान लेकर निकल रहे हैं जहां कमरा मिलेगा वहीं रह जाएंगे। क्या करें?छोटा बघाड़ा में रहने वाले प्रतियोगी दिलीप कुमार यादव ने बताया कि उनका एग्जाम है।खौफ के बीच गुजर रही रातदिलीप कुमार यादव ने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण पढ़ाई नहीं हो पा रही है। रात में सोते हैं तो सोचते हैं कहीं कमरे में पानी न भर जाए। अब इस क्षेत्र में लाइट भी काट दी जाएगी। हमारी दो माह बाद टीजीटी-पीजीटी की परीक्षा है। ऐसे में हमारी तैयारी बाधित हो रही है।कानपुर से कोचिंग करने प्रयागराज आईं श्रुति मिश्रा बाढ़ से बेहद डरी हुई हैं।डर लग रहा कि कहीं हमारा सामान न भीग जाएकानपुर से कोचिंग करने प्रयागराज आईं श्रुति मिश्रा छोटा बघाड़ा क्षेत्र में रह रही हैं। श्रुति ने बताया कि पानी लगातार बढ़ रहा है। अब तो डर लगने लगा है कि कहीं हमारा सामान, कापी-किताब न भीग जाए।बाढ़ के साथ जो मरे जानवर आ रहे हैं उससे बदबू आ रही है। बीमारियों के बढ़ने का डर है।अंशिका को डर है कि कहीं उनकी कॉपी-किताब और कपड़े न डूब जाएं।कानुपर से एसएससी की कोचिंग करने प्रयागराज आईं अंशिका शर्मा ने बताया कि पानी बढ़ने से अब डर लगने लगा है। गंदगी और बदबू से जीना दूभर हो गया है।चोक होने लगा सीवर, बिजली भी कट सकती हैछोटा बघाड़ा के स्थायी निवासी श्रीकांत मिश्रा का कहना है कि बाढ़ के कारण सीवर चोक होना, पीने का साफ पानी न मिलने की समस्या बढ़ जाएगी। मरे जानवरों से दुर्गंध आने के कारण काफी समस्या है। यहां दवाइयों का छिड़काव करना व मरे जानवरों को पानी से निकालकर कहीं जमीन में दफना बेहद जरूरी हो गया है। नहीं तो बीमारियां बढ़ जाएंगी। हालांकि अभी तक न तो स्वाथ्य विभाग की टीम ने और न ही नगर निगम की टीम ने कोई मदद पहुंचाई है।छोटा बघाड़ा में सैकड़ों घर बाढ़ के पानी से घिर गए हैं।मदद के लिए इन नंबरों पर करें फोनमदद के लिए आप प्रयागराज के जिलाधिकारी को 9454417517, एडीएम प्रशासन को 9454417810 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने 05322640645, 053222972880 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बाढ़ प्रभावित किसी भी क्षेत्र के नागरिक इन नंबरों पर फोनकर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए मदद मांग सकते हैं।बाढ़ कंट्रोल रूम ने भी नंबर जारी किया है। 0532242706 पर फोनकर कोई भी नागरिक बाढ़ संबंधी समस्याओं से सबंधित शिकायत कर सकते हैं। नगर निगम प्रयागराज में 9450105231 पर भी फोनकर गंदगी और जलभराव संबंधित शिकायत कर सकते हैं।

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