Actor Faisal Malik Attends Cultural Carvaan Events At Jaipur Know Details In Hindi – Amar Ujala Hindi News Live

फैजल मलिक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सवाल: 44 साल की उम्र और 24 साल के बेटे के पिता का किरदार, क्या मानसिकता थी और कैसे रहा सफर?
जवाब: देखिए शो के लेखक और निर्देशक दोनों जब मेरे पास आए तो यह तय करके आए थे कि यह रोल मुझसे ही करवाना है और जब शो करने की हां की तो पता नहीं था कि यह इतना बड़ा हिट होने वाला है। जब पहला सीजन आया तो हिट हुआ, दूसरा उससे भी आगे चला गया, तीसरा और बड़ा हो गया। अब आगे और भी काम कर रहे हैं नहीं पता कि आगे और क्या होने वाला है, इसका सारा जो श्रेय है वो हमारे देखने वालों को है, जिन्होंने इसको इतना बड़ा कर दिया।
सवाल: आप ने जब एक्टर बनने की ख्वाहिश अपने परिवार को बताई उनका क्या कहना था?
जवाब: मुझे तो सिनेमा से प्यार था, इसलिए मुझे तो यही करना था, परंतु जो मां, बाप जो होते हैं, वो इस बात से नहीं डरते है कि उनकी औलाद क्या करने जा रही है। बल्कि उनको डर इस बात का होता है कि जो पुराने किस्से और कहानी उन्होंने सुन रखे है। मुंबई को लेकर वो डरते हैं, जैसे कि वो गए थे और लौटे ही नहीं, मिले ही नहीं अब यह सब डराता है। यह मेरे ही साथ नहीं बल्कि सब के साथ होता रहा है। अब मां बाप के लिए उनका बच्चा खूबसूरत ही होता है। हां मुझे 22 साल लगे मुंबई में, मैंने मुंबई में बहुत काम भी किया, हमने प्रोडेक्शन का काम भी किया और कई काम किये।
सवाल: पंचायत एक आम कहानी खास हो गई?
जवाब: जब शुरू हुआ था तो किसी को नहीं पता था को यह क्या होने जा रहा है ,मेरे ही नहीं सभी के लिए यह एक सपने जैसा है, हर चीज़, हर किरदार, और हर हरकत लोगों द्वार इतनी पसंद की गई है कि हमने कल्पना नहीं की थी, सफर अभी आगे भी है ,बस सभी को पसंद आते रहे।
सवाल: शराब पीते हैं?
जवाब: नहीं, सिर्फ एक्टिंग करते हैं, पीना नहीं, खाना पसंद है, जयपुर आए हैं तो घेवर खाना है, थाली खानी है।
सवाल: पंचायत में एक बांस बड़ा प्रसिद्ध हुआ है, जरा बताइये
जवाब: बांस के विषय में जब हमारी डिटेलिंग हुई तब ही लगा था कि जिसने भी इसको बताया है बहुत डिटेल में बताया है। कोई अनुभव ही साझा किया है शायद, परंतु जब उस बांस की चर्चा चल रही थी तो हम खूब हंसे थे पर आज वो बांस पंचायत ऑफिस का सदस्य हो गया है।
सवाल: पंचायत में आगे क्या…क्या आपको एमएलए बुलाए?
जवाब: नहीं ऐसा नहीं है
सवाल: ओटीटी से क्या बदलाव हुआ है?
जवाब: ओटीटी ने नए दरवाजे खोल दिया है ,नई कहानियों के लिए, नई सोच के साथ, लोगों को मौका मिल रहा है, कौन सोचता थे कि एक गांव की कहानी पर बना शो जिसको पूरी दुनिया देखेगी। पंचायत को पढ़े लिखे लोगों ने भी देखा, अनपढ़ ने भी देखा, पूरी दुनिया में देखा गया, पाकिस्तान, बांग्लादेश से भी लोगों के मैसेज आते हैं, यह ताकत है ओटीटी की। हर उम्र के लोगों ने देखा और पसंद किया। एक ऐसा शो जो पूरे परिवार ने देखा अब टीवी इतने साल से पारिवारिक शो बना ही रहा था परंतु देखने वालों कि भूख नहीं मिट रही होगी।

Comments are closed.