Address By Cm Sukhu At The State Level Function Organized In Shimla On The Occasion Of World Aids Day – Amar Ujala Hindi News Live – World Aids Day 2024:मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू बोले

राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य लक्ष्य एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता फैलाना और इस गंभीर बीमारी से संबंधित सभी मिथकों को खत्म करने के लिए लोगों को प्रेरित करना है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की बात करूं तो हिमाचल प्रदेश सरकार ने ना केवल एचआईवी अपितु अपने हिमाचल वासियों को संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आसान एवं समान रूप से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कई कदम उठाए हैं। जब से हमारी सरकार बनी है और दो वर्ष हमारी सरकार के पूरे होने जा रहे हैं। इन दो वर्षों में हमारा प्रयास रहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में और हेल्थ सेक्टर में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएं। इस दृष्टि से हम बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में हमने कई बदलाव किए हैं। डे बोर्डिंग स्कूल बनाने जा रहे हैं और पहली कक्षा से ग्रामीण के जो स्कूल है, गांव के जो स्कूल है, उसमें इंग्लिश मीडियम में हमने पढ़ाई की शुरुआत की है और पिछले साल हमारा इंटरेक्शन कार्यक्रम था सभी जो हमारे कॉलेज है, प्रिंसिपल्स थे, वाइस प्रिंसिपल थे, कॉल टेकर और आने वाले समय में उन बदलाव का असर आपको हॉस्पिटल्स में देखने को मिलेगा और जो हमारे स्वास्थ्य संस्थान है उसमें देखने को मिलेगा।
मुख्यमंत्री आगे कहते हैं कि हर विधानसभा क्षेत्र में हमने एक आदर्श स्वच्छता संस्थान बनाने का निर्णय लिया है और जिसमें सभी प्रकार के डॉक्टर और नर्सेज को उपलब्ध करवाने की सुविधा हमारी सरकार प्रदान करने जा रही है। मेडिकल कॉलेज में चाहे वह आईजीएमसी या टांडा, हमीरपुर या नेरचौक इसमें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की चाहे एमआरआई की मशीन जाए, चाहे रोबोटिक सर्जरी की मशीन जाए उसके लिए हमारी सरकार व्यापक धन खर्च करने जा रही है और मुझे खुशी है कि आने वाले छह आठ महीने में आप इस बदलाव को देखेंगे। अभी हमने आईजीएमसी में डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी जो पहले कैजुअल्टी डिपार्टमेंट हुआ करता था, उसमें परिवर्तन किया है। एक एक बेड पर दो दो मरीज उसमें रहा करते थे सोया करते थे। तकलीफ होती थी। हमने निर्णय लिया कि जो हमारा ट्रॉमा सेंटर है, कोई भी अब कैजुअल्टी में जाएगा। डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन में जाएगा। उसको एक बेड मिलेगा और डॉक्टर जो है जो 72-72 घंटे ड्यूटी दिया करते थे उनको आठ घंटे ड्यूटी देने के निर्देश दिए हैं। अभी थोड़ा परिवर्तन हो रहा है। अभी थोड़ा परिवर्तन हो रहा है, लेकिन उस परिवर्तन के साथ थोड़े और अधिक फैसले लेने पड़ेंगे ताकि हमारा जो हेल्थ सेक्टर है वह वर्ल्ड क्लास हो सके।

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