जानकारी के अनुसार, वकील समेत अन्य लोगों द्वारा किया गया चक्काजाम एक घंटे तक चला था, जिससे शहडोल-रीवा मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। विरोध प्रदर्शन कर रहे वकीलों का कहना था कि तहसील और कोर्ट के सामने स्पीड ब्रेकर नहीं है, जिससे आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। वकीलों की मांग थी कि तत्काल स्पीड ब्रेकर बनाया जाए। जाम की सूचना पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और तत्काल सड़क निर्माण एजेंसी के अधिकारियों व कर्मचारियों को बुलवाकर स्पीड ब्रेकर बनवाए। इसके बाद विरोध खत्म हुआ।
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कार की टक्कर से गई थी बुजुर्ग की जान
दरअसल, तहसील कार्यालय के ठीक सामने एक तेज रफ्तार चार पहिया वाहन ने साइकिल सवार और पैदल जा रहे एक बुजुर्ग को टक्कर मार दी। हादसे में बुजुर्ग राम अवतार जायसवाल (70) निवासी बुढ़वा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद तहसील एवं कोर्ट के वकील मौके पर इकट्ठा हो गए और धरने पर बैठ गए थे। वकीलों का कहना था कि ब्यौहारी नगर में तहसील कार्यालय समेत कई सरकारी कार्यालय हाईवे के किनारे स्थित हैं, लेकिन इस मार्ग पर एक भी स्पीड ब्रेकर नहीं हैं। ऐसे में तहसील और कोर्ट के बाहर तुरंत स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। इस प्रदर्शन के चलते शहडोल-रीवा मुख्य मार्ग एक घंटे से अधिक समय तक बाधित रहा। इस दौरान वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यात्रियों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्पीड ब्रेकर बनवाए जाने के बाद यह जाम खत्म किया गया था।
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पुलिस ने दर्ज किया नामजद केस
पुलिस ने सड़क जाम करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें वकील भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, राजकुमार शर्मा, विनोद ताम्रकार, संतोष शुक्ला, भगवान सिंह, अफसर अली, हरिशंकर कोरी, सीतेश त्रिवेदी, राकेश पटेल, प्राणेंद्र उपाध्याय औश्र अन्य लोगों पर सड़क जाम करने पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
