
बीटेक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का कार स्केनिंग विद एआई डिजाइन हुआ यूके में पेटेंट
– फोटो : संवाद
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बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी रोहतक के तीन छात्रों ने एआई की मदद से ऐसा सेंसर डिजाइन किया है, जो हार्डवेयर के साथ कार की सॉफ्टवेयर खामी भी बता देगा। खामी का समय पर पता चलने पर उसे तुरंत ठीक किया जा सकेगा, इससे कार मेंटेनेंस की लागत कम हो जाएगी।
झज्जर निवासी बीटेक कम्प्यूटर साइंस प्रथम वर्ष के छात्र काव्यांश हारित ने बताया है उसने अपने साथी छात्र मयंक गौतम व जतिश सैनी के साथ मिलकर कार स्केनिंग विद एआई तकनीक डिजाइन तैयार किया है। इस डिजाइन को तैयार करने में चार माह का समय लगा। इस डिजाइन को यूनाइटेड किंगडम से पेटेंट मिल गया है। काव्यांश ने बताया कि उनका यह डिजाइन बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों को टारगेट कर रहा है।
बताया कि यह ऐसा डिजाइन है, जिसमें किसी भी कार में अगर कोई सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर कमी मिलेगी तो डिजाइन के माध्यम से प्रयोग किए जाने वाला सेंसर तुरंत बता देगा। फिर उस कमी को संबंधित ऑटोमोबाइल कंपनी तुरंत प्रभाव से दूर कर देगी। इससे लेबर कॉस्ट व समय की बचत के साथ ही मानव गलती की गुंजाइश भी नहीं रहेगी।
6 से 7 करोड़ रुपये आएगी मशीन की लागत
काव्यांश हारित ने बताया इस पूरी मशीन पर लगभग 6 से 7 करोड़ रुपये की लागत आएगी। फिलहाल इसका डिजाइन तैयार किया गया है। इसमें कंप्यूटर, अलग-अलग तरह के सेंसर, क्लाउड प्रोग्रामिंग सहित अन्य प्रोग्राम से यह मशीन तैयार होगी। अभी तक एक कंपनी ने हार्डवेयर में कमी आने वाली मशीन बनाई है, लेकिन सॉफ्टवेयर में कमी बताने वाली मशीन नहीं थी। उनकी मशीन दोनों खामियों को ढूढ़ सकेगी।
विद्यार्थियों का डिजाइन बेहद कारगर: वीसी
बीएमयू के वाइस चांसलर डॉ. एचएल वर्मा ने तीनों छात्रों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा है कि नवाचार पद्धति के साथ विद्यार्थियों का तैयार यह डिजाइन बेहद कारगर है।

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