Alwar News: Rai Sikh Community Clashed With Each Other Over Religious Conversion In Tapukda – Amar Ujala Hindi News Live

अस्पताल में भती घायल।
– फोटो : अमर उजाला
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अलवर के टपूकड़ा थाना अंतर्गत धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। मेव समाज के लोगों ने रायसिख समाज के लोगों के साथ की मारपीट और दो लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं घायलों को अलवर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
घायल सुरेंद्र सिंह ने बताया सोमवार करीब 10 बजे की घटना गांव बीबीपुर की है जहां मेव समाज के 5 से 700 घर है और रायसिख समाज का अकेला घर है। कल देर रात को वह अपने घर पर आराम कर रहे थे तभी मेव समाज के लोग अपने खेत में काम करने आये थे। तभी रायसिख समाज के परिवार पर हमला कर दिया हमला करने वालो में गहना, आमीन, रोबीन आमीर, हसरद, शौकत, अरुब, हामिन, सुबीला और अन्य लोग थे। इन्होंने आते ही रायसिख समाज के परिवार पर लाठी डंडे और फरसी से हमला कर दिया और यह कहते हैं कि तुम लोग हमारे समाज में शामिल हो जाओ। मुसलमान बनो नहीं तो तुमको हम जिंदा नहीं छोड़ेंगे और नहीं तो यहां से निकल जाओ।
इसी बात को लेकर पूर्व में 10 दिन पहले भी झगड़ा हो चुका है पुलिस को भी शिकायत दे दी है लेकिन टपूकड़ा थाना पुलिस इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं करती है। घायल महिला परमजीत ने बताया व लोग कहते हैं कि तुम लोग हमारे समाज में शामिल हो जाओ और अपना धर्म परिवर्तन करो। उनका यह भी कहना है वे लोग हमारे घर के सामने ही गाय को काटने का भी काम भी करते हैं। फिलहाल घायलों का इलाज अलवर के जिला अस्पताल में जारी है। टप्पूकड़ा की घटना के बाद अलवर के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल घायलों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने कहा जिस तरह उनके साथ मारपीट की गई है वह उसकी कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं क्योंकि इतनी आबादी क्षेत्र में एक सिख समाज का यह परिवार है जो अपना जीवन यापन कर रहा है ।लेकिन वह लोग किसी तरह से मांस के टुकड़े इनके पास लाते हैं और इनको खिलाने का प्रयास करते हैं और यहां तक बच्चों से नवाज भी पढवाई जाती है। अभी हमने यहां पर आकर देखा है एक महिला और एक अन्य बुरी तरह चोटिल हुए हैं। इस पर उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा अगर प्रशासन ने इसमें कोई भी ढलाई बरतने का काम किया और कार्रवाई नहीं की तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। सिंघल ने कहा कि हद तो यह है कि एक अकेला परिवार सिक्खों के वह रहता है और उसे भी ये लोग चैन से नहीं जीने देते।

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