Amar Ujala Samwad 2025 Uttarakhand Held Today In Dehradun Famous Personalities Of Country Gathered – Amar Ujala Hindi News Live
तानिया मित्तल ऊर्जा, आत्मविश्वास और नवाचार की मिसाल हैं। वह भारत की सबसे तेजी से उभरती हुई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर व महिला उद्यमियों में शुमार हैं। अपने दम पर खड़ी की गई पहचान के दम पर उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लाखों लोगों को न सिर्फ प्रेरित किया, बल्कि उन्हें खुद पर विश्वास करना भी सिखाया। तानिया का सफर एक सामान्य युवती से शुरू होकर एक सफल स्टार्टअप फाउंडर तक पहुंचा। उन्होंने महिलाओं के लिए फैशन और लाइफस्टाइल ब्रांड लॉन्च किया, जिसने बहुत ही कम समय में बाजार में अपनी अलग पहचान बनाई। वे न सिर्फ ब्रांड प्रमोशन और डिजिटल मार्केटिंग की विशेषज्ञ हैं, बल्कि कई राष्ट्रीय मंचों पर महिलाओं के सशक्तीकरण और युवा उद्यमिता पर बोल चुकी हैं। अपने शानदार कंटेंट, नवाचारी सोच और साहसिक फैसलों के लिए उन्हें कई प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म्स से सम्मान भी मिल चुका है।
11. जयदीप अहलावत, अभिनेता
बॉलीवुड अभिनेता जयदीप ने 2025 में पाताल लोक सीजन-2 में निभाए अपने किरदार से वाहवाही लूटी थी और अब उनके आने वाले प्रोजेक्ट्स में फैमिली मैन-3, हिसाब और इक्कीस में आपको उनका अभिनय देखने को मिलेगा। जयदीप का जन्म रोहतक, हरियाणा के गांव खरकड़ा के एक जाट परिवार में हुआ था। उन्होंने अभिनय के क्षेत्र में अपनी स्नातक की शिक्षा 2008 में पूर्ण की। उन्होंने बॉलीवुड में 2010 में आई प्रियदर्शन की फिल्म खट्टा मिट्ठा और अक्षय कुमार निर्मित फिल्म आक्रोश से अभिनय की शुरुआत की। लेकिन, उन्हें पहचान 2012 में आई अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से मिली।
12. गौर गोपाल दास, प्रेरक वक्ता
सोशल मीडिया में 51 लाख से अधिक अनुयायी वाले गौर गोपाल दास जाने-माने प्रेरक वक्ता व लाइफ कोच हैं। इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ने के बाद वे इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) से जुड़ गए। महाराष्ट्र में जन्मे दास ने कुसरो वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पुणे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। 1992 में तक करने के बाद पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से 1995 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री की और एक नामी कंपनी में नौकरी शुरू कर दी। 1996 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और इस्कॉन में शामिल हो गए। जीवन के अद्भुत रहस्य : जीवन में संतुलन और उद्देश्य उनकी चर्चित पुस्तक रही। भारतीय जीवन शैली को लेकर उनकी गहन पकड़ है, जिस पर लोग उन्हें सुनने के लिए दूर-दराज से आते हैं।
13. डॉ. अभय बंग, निदेशक, सर्च :
डॉ. अभय बंग सामुदायिक स्वास्थ्य शोधकर्ता हैं, जो महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में काम कर रहे हैं। उन्होंने शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से पहल और कार्यक्रम विकसित किए हैं। उनके प्रयासों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने भी सराहा है। अभय ने सोसाइटी फॉर एजुकेशन, एक्शन, एंड रिसर्च इन कम्युनिटी हेल्थ (सर्च) की स्थापना की, जो ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा और अनुसंधान में काम करती है। महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित डॉ. बंग को लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान से मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने शिशु की मौत के 18 संभावित कारणों की पहचान की, जिनमें गरीबी, डायरिया, संक्रमण, निमोनिया या अस्पताल की कमी शामिल है। विश्व स्तरीय शोध किया।
14. कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव, परमवीर चक्र विजेता :
कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव 18 ग्रेनेडियर्स के साथ कार्यरत कमांडो प्लाटून घातक का हिस्सा थे, जो चार जुलाई 1999 के शुरुआती घंटों में टाइगर हिल पर तीन सामरिक बंकरों पर कब्जा करने के लिए नामित की गई थी। बंकर एक ऊर्ध्वाधर, बर्फ से ढके 1000 फुट ऊंची चट्टान के शीर्ष पर थे। यादव स्वेच्छा से चट्टान पर चढ़ गए और भविष्य में आवश्यकता की संभावना के चलते रस्सियों को स्थापित किया। आधे रास्ते में एक दुश्मन बंकर ने मशीन गन और रॉकेट फायर खोल दी, जिसमें प्लाटून कमांडर और दो अन्य शहीद हो गए। अपने गले और कंधे में तीन गोलियों के लगने के बावजूद यादव शेष 60 फीट चढ़ गए और शीर्ष पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद वह पहले बंकर में घुस गए और एक ग्रेनेड से चार पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या कर दी और दुश्मन को स्तब्ध कर दिया। जिससे बाकी प्लाटून को चट्टान पर चढ़ने का मौका मिला। उसके बाद यादव ने अपने दो साथी सैनिकों के साथ दूसरे बंकर पर हमला किया और हाथ से हाथ की लड़ाई में चार पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की। इस तरह प्लाटून ने टाइगर हिल पर कब्जा कर लिया।

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