Anuppur: Fast Unto Death Ended On The Fourth Day, Minister Dilip Jaiswal Celebrated By Giving Him Juice. – Amar Ujala Hindi News Live

अनशनकारियों को मंत्री ने जूस पिलाया।
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
जनपद पंचायत कोतमा के सीईओ और लेखपाल को हटाने की मांग पर चल रहे 4 दिवसीय आमरण अनशन को शुक्रवार को मध्यप्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने समाप्त कराया। जनपद पंचायत अध्यक्ष जीवन सिंह के नेतृत्व में 8 जनपद सदस्य और 31 ग्राम पंचायतों के सरपंच-उपसरपंच इस अनशन में शामिल थे। मंत्री ने अनशनकारियों को 15 दिन के भीतर जांच पूरी कर कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपने का आश्वासन दिया और उन्हें जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया।
स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद भी जारी रखा था अनशन
गुरुवार को जनपद अध्यक्ष जीवन सिंह और सदस्य रामखेलावन तिवारी की तबीयत बिगड़ गई थी। जांच में जीवन सिंह का रक्तचाप बढ़ा हुआ मिला, जबकि रामखेलावन तिवारी बुखार और दर्द से पीड़ित थे। स्वास्थ्य टीम ने उन्हें दवाई दी और अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी, लेकिन दोनों ने इसे अस्वीकार कर अनशन जारी रखा।
मंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी बनेगी
मंत्री जायसवाल ने कलेक्टर को निर्देश दिया कि मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की जाए। यह कमेटी 15 दिनों के भीतर जांच पूरी कर कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद प्रभारी सीईओ लाल बहादुर वर्मा और लेखापाल विष्णु गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जनपद अध्यक्ष ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
जनपद अध्यक्ष जीवन सिंह ने सीईओ और लेखापाल पर तानाशाही रवैया अपनाने, बजट में मनमानी करने और विकास कार्यों की अनदेखी के आरोप लगाए। उन्होंने 2015-16 से 2022-23 तक के सभी रिकॉर्ड की जांच की मांग की। सिंह ने आरोप लगाया कि दोनों अधिकारियों ने जनपद पंचायत में बिना प्रस्ताव रखे नियम विरुद्ध कुर्सी, टेबल, पंखे, कूलर की खरीदारी कर भ्रष्टाचार किया है।
संपूर्ण जांच के बाद होगा फैसला
मंत्री दिलीप जायसवाल ने अनशनकारियों की मांगों को गंभीरता से लिया और उन्हें भरोसा दिलाया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। अनशन खत्म होने के साथ ही क्षेत्र में आंदोलन समाप्त हो गया है, लेकिन जांच के बाद आने वाले परिणामों पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

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