घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर जुटे और अपने स्तर से आग बुझाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिली। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, जो थोड़ी देर में मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी।
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भाड़े पर चलने वाली कार थी
बताया जा रहा है कि जली हुई कार गांव के ही निवासी मोहम्मद कासिम अंसारी की थी, जो इसे भाड़े पर चलाया करते थे। फिलहाल आग कैसे लगी, इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस और फायर विभाग की ओर से मामले की जांच की जा रही है।
कारों में आग लगने के मुख्य कारण
गर्मी का मौसम वाहनों के लिए जोखिम भरा साबित हो सकता है, विशेष रूप से जब सावधानी नहीं बरती जाए। विशेषज्ञों के अनुसार गर्मियों में कारों में आग लगने के मुख्य दो कारण होते हैं, एक फ्यूल लीकेज और दूसरा वायरिंग में शॉर्ट सर्किट। पुरानी कारों में फ्यूल इंजेक्टर से लीक होने की संभावना अधिक रहती है। वहीं दूसरी ओर जब मैकेनिक गैर-मानक तरीके से इलेक्ट्रिक एक्सेसरीज लगाते हैं, तो कार की वायरिंग के साथ छेड़छाड़ हो जाती है, जो गर्मी में शॉर्ट सर्किट का कारण बनती है।
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अनधिकृत दुकान से एक्सेसरीज न लगवाएं
वाहन मालिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी कार की सर्विसिंग केवल कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर से ही कराएं। किसी स्थानीय दुकान से एक्सेसरीज लगवाने पर कार की वारंटी खत्म हो सकती है और वायरिंग के साथ छेड़छाड़ से आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। विशेष रूप से गर्मी के मौसम में कार के फ्यूल सिस्टम और वायरिंग की नियमित जांच जरूरी है।
