
अकाली दल के नए कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़
– फोटो : फाइल
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अकाली दल के भीतर से विरोध उठने के बाद सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी के वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदड़ को शिरोमणि अकाली दल का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है।
पार्टी प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि सुखबीर बादल की इच्छा है कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने जो स्पष्टीकरण मांगा था, वह एक साधारण व विनम्र सिख के रूप में पेश होकर दें। उनकी इच्छा थी कि सुनवाई से पहले अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कोई और ले। इसलिए उन्होंने यह जिम्मेदारी बलविंदर सिंह भूंदड़ को दी है और एक विनम्र सिख की तरह वह अकाल तख्त के फैसले को स्वीकार करेंगे। सियासी जानकार इसके कई मायने निकाल रहे हैं।
बलविंदर सिंह भूंदड़ को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का फैसला ऐसे समय में आया है जब पार्टी लगातार ‘पतन’ की ओर जा रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। हाल ही में गिद्दड़बाहा विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। हलके से शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने सुखबीर सिंह बादल की कारगुजारी पर कई तरह के सवाल उठाते हुए पार्टी को अलविदा कह दिया और वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
लगातार गिर रहा अकाली दल का प्रदर्शन
- लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पंजाब की कुल 117 सीटों में से शिरोमणि अकाली दल सिर्फ 11 विधानसभा सीटों पर आगे थी।
- 13 लोकसभा सीटों में से अकाली दल सिर्फ बठिंडा सीट ही जीत सका था।
- विधानसभा चुनाव 2022 में भी अकाली दल का प्रदर्शन अच्छा नहीं माना गया था। अकाली दल ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर अकेले चुनाव लड़ा और 117 में से सिर्फ तीन सीटें मजीठा, दाखा और बंगा से विधानसभा चुनाव जीता था।
- तीन विधायकों में से एक सुखविंदर सुखी अगस्त में अकाली दल छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे।
अकाली दल सुधार आंदोलन के नेता व पूर्व विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि झूंदा कमेटी की रिपोर्ट लागू की जाए। बलविंदर सिंह भूंदड़ को कार्यकारी अध्यक्ष मंजूर नहीं है, सुखबीर सिंह बादल को इस्तीफा दे देना चाहिए।

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