Bihar: Chief Priest Son And Nephew Turned Out To Be Conspirators In The Naulakha Temple Robbery Case News – Amar Ujala Hindi News Live
नालंदा जिले के राजगीर स्थित ऐतिहासिक नौलखा मंदिर में हुई लूट की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मंदिर के मुख्य पुजारी का बेटा और भतीजा भी शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से लूट की राशि सहित हथियार और घटना से जुड़े कई अहम साक्ष्य बरामद किए हैं।
घटना रविवार और सोमवार की मध्यरात्रि करीब दो से ढाई बजे के बीच हुई। राजगीर स्थित नौलखा मंदिर की श्वेतांबर धर्मशाला में सो रहे नाइट गार्ड पर जानलेवा हमला कर लुटेरों ने मंदिर की दानपेटी में रखी भारी राशि को लूट लिया। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी, क्योंकि यह मंदिर एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जहां रोज सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं।
एसपी ने किया खुलासा
नालंदा के पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और एक विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया। टीम में तकनीकी विशेषज्ञों के साथ-साथ फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल), डॉग स्क्वाड और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया।
साक्ष्यों के आधार पर 24 घंटे में गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जरूरी साक्ष्य एकत्र किए, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों से जानकारी ली। इन सभी जानकारियों और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर पांच संदिग्धों को हिरासत में ले लिया, जिनसे पूछताछ में पूरी साजिश का खुलासा हुआ।
पुजारी के घर से निकले मास्टरमाइंड
गिरफ्तार किए गए लोगों में मंदिर के मुख्य पुजारी का बेटा विनीत कुमार और भतीजा परमीत तिवारी भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, इन्हीं दोनों ने लूट की योजना बनाई और अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। दोनों को मंदिर और दानपेटी से संबंधित पूरी जानकारी थी, जिसका उन्होंने दुरुपयोग किया।
आरोपियों के पास से भारी बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल आठ लाख पांच हजार नब्बे रुपये नकद बरामद किए हैं। इसके अलावा एक देसी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस (.3.5 बोर), ग्यारह जिंदा कारतूस (7.65 एमएम), घटना में प्रयुक्त टीवीएस मोटरसाइकिल, तीन मोबाइल फोन, घटना के समय पहने गए कपड़े और लोहे का धारदार हथियार भी जब्त किया गया है। इसी हथियार से नाइट गार्ड पर हमला किया गया था।
घायल गार्ड की स्थिति स्थिर
लूट के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए गार्ड को पहले स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा में पटना के रूबन अस्पताल भेजा गया। फिलहाल डॉक्टरों के अनुसार उनकी स्थिति खतरे से बाहर है और वे धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं।
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दान राशि का लालच बना वजह
पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, मंदिर में जमा होने वाली दानराशि को हर तीन महीने पर मंदिर कमेटी द्वारा खोला और गिना जाता है। इसी धनराशि के लालच में आकर आरोपियों ने पूरी साजिश रची। चूंकि मुख्य आरोपी मंदिर से जुड़े थे, इसलिए उन्हें इस धन के बारे में पूरी जानकारी थी।
स्पीडी ट्रायल की तैयारी
एसपी भारत सोनी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर सभी साक्ष्य एकत्र कर केस डायरी अदालत में प्रस्तुत की जाएगी और इस मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा।
कई थाना क्षेत्रों में हुई छापेमारी
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में कई थानों की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। इस टीम में सर्किल इंस्पेक्टर संजय कुमार (राजगीर), मनीष भारद्वाज (गिरियक), थाना अध्यक्ष रमन कुमार (राजगीर), संजीव कुमार, इरफान खान (सिलाव), मुरली मनोहर आजाद (छबीलापुर), दीपक कुमार (गिरियक), रवि कुमार (बेन), निशि कुमार (नालंदा), सत्यम तिवारी (कतरीसराय) सहित महिला पुलिस पदाधिकारी काजल कुमारी, देवकांत कुमार और सशस्त्र बल के जवान शामिल रहे।

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