पिछले दो दिनों से कई वीडियो वायरल हो रहे थे कि राष्ट्रीय जनता दल ने मुसलमानों को ठगा है, इसलिए असदुद्दीन ओवैसी ही असल हितैषी हैं। अब ओवैसी की पार्टी ने ही महागठबंधन में जाने की इच्छा जताकर एक तरफ बड़ा उलटफेर कर दिया है तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को अचानक ज्यादा परेशान कर दिया है। पिछली बार ओवैसी की पार्टी के पांच विधायक बने थे, लेकिन उनमें से चार को तेजस्वी यादव अपने साथ ले गए थे। ओवैसी ने इसे ‘चोरी’ करार देते हुए इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहने की बात कही थी। लेकिन, अब ओवैसी की पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वोटों के बंटवारे को रोकने की बात करते हुए महागठबंधन में जाने के लिए सभी घटक दलों को चिट्ठी लिख दी है।

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