Share on Google+
Share on Tumblr
Share on Pinterest
Share on LinkedIn
Share on Reddit
Share on XING
Share on WhatsApp
Share on Hacker News
Share on VK
Share on Telegram
50F64F81645A2A453ED705C18C40448C
हेडलाइंस
Ajmer News: Crowd Of City Gathered To See Rathore Baba's Royal Procession, The Tradition Is 300 Years Old - Ajmer News Dadri: बुकिंग लेकर जा रहे कैब चालक की बीच रास्ते दिल का दौरा पड़ने से मौत, दंपती को लेकर जा रहा था पिंजौर Benefits Of Seniority Of Contract Service Withdrawn From Teachers And Non-teachers, Hp Education Directorate - Amar Ujala Hindi News Live MI के पूर्व फील्डिंग कोच बांग्लादेश क्रिकेट टीम से जुड़े, 2027 वर्ल्ड कप तक संभालेंगे ये अहम जिम्मेदारी इंडियाज गॉट लेटेंट विवाद के बाद अपूर्वा मखीजा को मिल रही मौत की धमकियां, 2 महीने बाद हुआ नया खुलासा TRAI की नई वॉर्निंग, KYC अपडेट, सिम बंद करने के नाम पर होगा बड़ा फ्रॉड, जानें कैसे बचें 1 मई से एक राज्य में सिर्फ 1 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक होगा, वित्त मंत्रालय ने 15 आरआरबी के मर्जर को दी मंजूरी, जानें डिटेल VIDEO : फिरोजपुर के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित SSC 2025: उम्मीदवारों के लिए अपडेट, स्टेनोग्राफर स्किल टेस्ट एग्जाम सिटी स्लिप जारी, इस दिन आएगा एडमिट कार्ड, जानें डिटेल्स Parimatch Sports Captures IPL Spirit with Game-Changing Outdoor Experience

Bihar News: Folk Singer Sharda Sinha Is Undergoing Treatment In Delhi Aiims, Icu; Multiple Myeloma, Anshuman – Amar Ujala Hindi News Live


Bihar News: Folk singer Sharda Sinha is undergoing treatment in Delhi AIIMS, ICU; multiple myeloma, Anshuman

पद्म श्री शारदा सिन्हा का मनोबल अपने पति के निधन के बाद टूट गया।
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार


देश की मशहूर लोकगायिका शारदा सिन्हा की तबीयत में सुधार हो रहा है। फिलहाल वह दिल्ली एम्स के आईसीयू में भर्ती हैं। उनके वेटिंलेटर पर होने की खबर गलत है। इस बात की पुष्टि उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने की। लोकगायिका किस गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं? इसका भी खुलासा उन्होंने किया। साथ ही लोगों से उनके स्वास्थ्य के लिए दुआ करने की अपील की। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा ने कहा कि कुछ जगहों से मेरी मां को लेकर गलत खबर सामने आ रही है। मैं उसका खंडन करने के लिए सामने आया हूं। मेरी मां इस वक्त आईसीयू में हैं। कुछ जगहों से खबर आ रही है कि उन्हें वेटिंलेटर पर शिफ्ट कर दिया है। यह बात गलत है। उनकी स्थिति गंभीर जरूर है। पर वह वेंटिलेटर पर नहीं है।

अंशुमान सिन्हा ने कहा कि डॉक्टरों ने कहा है कि कल से उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। उम्मीद है कि जल्द ही उनकी हालत नियंत्रित हो जाएगी। आप सभी लोगों से अपील है कि ऐसे समय में जरा भी निगेटिव खबर नहीं प्रसारित करें। यह समय शारदा जी है। हर जगह से उनकी आवाज की गूंज आ रही है। हम सभी उनके फैंस उनके स्वास्थ्य की दुआ कर रहे हैं। वेटिंलेंटर में शिफ्ट होना, एम्स के डायरेक्टर ने यह कहा वह कहा, इन सब बातों का गलत प्रचार नहीं किया जाए। 

आंतरिक लड़ाई लड़ने में कमजोर हो गईं

2017 से शारदा सिन्हा मल्टीपल मायलोमा से लड़ रही हैं। हम परिवार के लोग इस बात को जानते हैं। उनकी इच्छा थी कि मेरी व्यक्तिगत पीड़ा को सार्वजनिक नहीं की जाए। उन्हें क्या तकलीफ है, इस बात की व्याख्या करके काम करना, उन्हें पसंद नहीं है। पिता जी के देहांत के बाद उनका मनोबल टूट गया। उन्हें बड़ा झटका लगा। वह पूरी तरह से टूट गई। इस कारण वह आंतरिक लड़ाई लड़ने में कमजोर हो गईं। स्थिति ऐसी हुई आज वह अस्पताल में जंग लड़ रही हैं। पिताजी के श्राद्ध खत्म होने के ठीक बाद हमलोग उनके स्वास्थ्य की रूटीन जांच के लिए दिल्ली आए। इसी दौरान उनके रोग में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया। अंशुमान सिन्हा ने कहा कि मां के लिए कई राजनीतिक हस्तियों ने मदद की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने खुद व रीय डॉक्टर से बातचीत की। मैं उन्हें धन्यवाद करता हूं।  

जानिए, क्या होता है कि मल्टीपल मायलोमा

टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई में काम कर चुके बिहार के प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बीपी सिंह के अनुसार, मल्टीपल मायलोमा कैंसर का एक प्रकार है। मरीज के हड्डियों, गुर्दे और शरीर की स्वस्थ लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स बनाने की क्षमता को प्रभावित कर देता है। इसका पूरी तरह से इलाज नहीं हो सकता है। लेकिन, इसकी स्थितियों और लक्षणों का इलाज कर सकते हैं और इसकी प्रगति को धीमा कर सकते हैं। मल्टपल मायलोमा यह सफेद रक्त कोशिका में बनता है। दरअसल, स्वस्थ कोशिकाएं एंटीबॉडी प्रोटीन बनाकर संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। एंटीबॉडी रोगाणुओं को खोजती है और उन पर हमला करती हैं। मल्टीपल मायलोमा में, कैंसरयुक्त प्लाज्मा कोशिकाएं अस्थि मज्जा में बनती हैं। कैंसर कोशिकाएं स्वस्थ रक्त कोशिकाओं को अस्थि मज्जा से बाहर निकाल देती हैं। इस कारण कैंसर कोशिकाएं ऐसे प्रोटीन बनाती हैं जो ठीक से काम नहीं करते। धीरे-धीरे यह शरीर को कमजोर कर देता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने लगी है। मरीज की तबीयत बिगड़ने लगती है। 



Source link

1788000cookie-checkBihar News: Folk Singer Sharda Sinha Is Undergoing Treatment In Delhi Aiims, Icu; Multiple Myeloma, Anshuman – Amar Ujala Hindi News Live
Artical

Comments are closed.

Ajmer News: Crowd Of City Gathered To See Rathore Baba’s Royal Procession, The Tradition Is 300 Years Old – Ajmer News     |     Dadri: बुकिंग लेकर जा रहे कैब चालक की बीच रास्ते दिल का दौरा पड़ने से मौत, दंपती को लेकर जा रहा था पिंजौर     |     Benefits Of Seniority Of Contract Service Withdrawn From Teachers And Non-teachers, Hp Education Directorate – Amar Ujala Hindi News Live     |     MI के पूर्व फील्डिंग कोच बांग्लादेश क्रिकेट टीम से जुड़े, 2027 वर्ल्ड कप तक संभालेंगे ये अहम जिम्मेदारी     |     इंडियाज गॉट लेटेंट विवाद के बाद अपूर्वा मखीजा को मिल रही मौत की धमकियां, 2 महीने बाद हुआ नया खुलासा     |     TRAI की नई वॉर्निंग, KYC अपडेट, सिम बंद करने के नाम पर होगा बड़ा फ्रॉड, जानें कैसे बचें     |     1 मई से एक राज्य में सिर्फ 1 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक होगा, वित्त मंत्रालय ने 15 आरआरबी के मर्जर को दी मंजूरी, जानें डिटेल     |     VIDEO : फिरोजपुर के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित     |     SSC 2025: उम्मीदवारों के लिए अपडेट, स्टेनोग्राफर स्किल टेस्ट एग्जाम सिटी स्लिप जारी, इस दिन आएगा एडमिट कार्ड, जानें डिटेल्स     |     Parimatch Sports Captures IPL Spirit with Game-Changing Outdoor Experience     |    

9213247209
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9907788088